
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 05 फरवरी 2023। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने शनिवार को गोवा में वेटलैंड बचाओ अभियान शुरू किया। इसके तहत दलदली भूमि के संरक्षण के लिए नागरिक भागीदारी का निर्माण होगा। उन्होंने इस मौके पर पारिस्थितिक, आर्थिक और जलवायु सुरक्षा हासिल करने में वेटलैंड ईकोसिस्टम की महत्वपूर्ण भूमिका की जानकारी दी और राज्यों के वेटलैंड मैनेजरों से बातचीत कर उनके अनुभवों को भी सुना। इस मौके पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भी मौजूद थे।
केंद्रीय मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अभियान वेटलैंड संरक्षण के लिए संपूर्ण समाज दृष्टिकोण पर बना है, जो सभी स्तरों पर सकारात्मक कार्रवाई को सक्षम बनाता है और समाज के सभी वर्गों को शामिल करता है। अगले एक साल तक यह जारी रहेगा। इसमें वेटलैंड के महत्व के बारे में लोगों को संवेदनशील बनाना, वेटलैंड मित्रों की व्याप्ति को बढ़ाना और संरक्षण के लिए नागरिक भागीदारी बनाना शामिल होगा। कार्यक्रम में इंडियाज 75 अमृत धरोहर- इंडियाज रामसर साइट्स फैक्टबुक और मैनेजिंग क्लाइमेट रिस्क्स इन वेटलैंड्स- ए प्रैक्टिशनर्स गाइड नामक दो किताबें भी जारी की गईं।
केंद्रीय मंत्री ने महादयी मुद्दे पर टिप्पणी से इन्कार किया
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने शनिवार को गोवा से होकर बहने वाली महादयी नदी का पानी कर्नाटक को देने के मुद्दे पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह इस मामले के विशेषज्ञ नहीं हैं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ही इस मुद्दे पर टिप्पणी कर पाएंगे। बता दें कि गोवा और पड़ोसी राज्य कर्नाटक में लंबे समय से महादयी नदी की सहायक नदियों कलासा और बंदुरी पर बांध निर्माण के माध्यम से पानी की दिशा कर्नाटक की ओर मोड़ने को लेकर विवाद है। दोनों राज्य भाजपा शासित हैं। केंद्र सरकार ने इन दोनों बांधों के प्रस्तावित निर्माण के लिए कर्नाटक की ओर से सौंपी गई विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को हाल में मंजूरी दी है।
गोवा सरकार ने दलील दी है कि कर्नाटक नदी का पानी अपनी तरफ नहीं मोड़ सकता क्योंकि यह उत्तरी गोवा में महादयी वन्यजीव अभयारण्य से होकर गुजरती है। जब यादव से कहा गया कि यह मुद्दा पर्यावरण मंत्रालय से भी जुड़ा है तो उन्होंने कहा कि जब पर्यावरण अनापत्ति के लिए यह विषय उनके समक्ष आएगा तब वह विशेषज्ञों की राय का अध्ययन करने के बाद टिप्पणी करेंगे।