3 फरवरी को उग्र आंदोलन कर रेल चक्काजाम करेगी माकपा
रेल संघर्ष समिति का मिला समर्थन
इंडिया रिपोर्टर लाइव
कुसमुंडा / कोरबा 16 जनवरी 2021। कुसमुंडा के गेवरा रेल्वे स्टेशन से बंद ट्रेनों को चालू करने की मांग को लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कुसमुंडा स्टेशन के सामने विरोध प्रदर्शन करते हुए रेल्वे अधिकारियों का पुतला फूंक कर चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत की और गेवरा रोड से बंद सभी ट्रेनों को चालू करने की मांग की। आंदोलन के समर्थन में रेल संघर्ष समिति के सदस्य और किसान सभा के कार्यकर्ता भी पुतला दहन आंदोलन में शामिल हुए।
पुतला दहन प्रदर्शन को माकपा जिला सचिव प्रशांत झा,वी एम मनोहर, जनाराम कर्ष,डी एल टंडन,किसान सभा के अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर, रेल संघर्ष समिति के राम किशन अग्रवाल ने संबोधित किया।
माकपा जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा कि पूरे देश में कई ट्रेनें शुरू होने के बाद भी कोरबा पच्छिम कि जनता को रेल प्रबंधन सुविधा के नाम पर धोका देने का काम कर रही है जनता को यात्री ट्रेनों की सुविधा मिलते तक मालवाहक ट्रेनों के पहिए भी जाम करने का काम आम जनता 3 फरवरी को करेगी।
माकपा नेता वी एम मनोहर ने कहा की गेवरा रोड रेल्वे को सबसे ज्यादे राजस्व देता है लेकिन आम जनता को सुविधा के नाम पर रेल्वे हर समय गुमराह करने का काम करती है नई ट्रेनें तो दूर जो ट्रेनें चल रही थी लॉक डाउन में जिन ट्रेनों को बंद किया गया उन ट्रेनों को भी शुरू करने की कोई पहल रेल्वे द्वारा नहीं कीया जा रहा है जिससे जनता में काफी आक्रोश है 24 मार्च 2020 से 10 माह बाद भी एक भी ट्रेनों को शुरू नहीं किया गया है जबकि देश में कई ट्रेनें शुरू हो चुकी है। प्रदर्शन को छत्तीसगढ़ किसान सभा के जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर ने संबोधित करते हुए कहा कि लॉक डाउन में सबसे ज्यादा प्रभावित छोटे व्यपारी, किसान, मजदूर गरीब जनता हुई है और गेवरा रोड से आम जनता और गरीबों का सस्ता सुगम साधन रेल को भी पूरी तरह से बंद करके रेल्वे प्रबंधन जनता को धोका देने का काम कर रही है जिसका जवाब महिलाएं,किसान,छात्र,नौजवान 3 फरवरी को रेल चक्काजाम करके देंगे।
रेल संघर्ष समिति के राम किशन अग्रवाल ने भी आंदोलन का समर्थन करते हुए कोरबा पच्छिम की जनता के साथ खड़ा होते हुए पूरी कोरबा जिला की जनता का भी समर्थन की बात कही और एकजुटता के साथ लड़ने का आह्वान किया।
माकपा ने कहा कि जब तक कुसमुंडा के गेवरा स्टेशन से बंद ट्रेनें शुरू नहीं होगी तब तक आंदोलन चलता रहेगा और 3 फरवरी को किसान मजदूर व्यपारी ऑटो चालक छात्र नौजवान हजारों की संख्या में रेल की सभी मालवाहक ट्रेनों के पहियों का चक्काजाम करेंगे और तबतक जाम रखेंगे जब तक बंद यात्री ट्रेन शुरू नहीं होगा।