इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 15 जून 2021। भारत के पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 जून से शुरू हो रहे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल मैच से पहले कीवी टीम के उन 5 खिलाड़ियों के नाम बताए हैं, जो टीम इंडिया के लिए खतरा साबित हो सकते हैं। उन्होंने इन खिलाड़ियों के नाम अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किए गए एक वीडियो में बताए। दोनों टीमों के यह मैच साउथैम्प्टन के एजिस बाउल में खेला जाएगा। न्यूजीलैंड इस मैच में पूरे आत्मविश्वास के साथ उतरेगी क्योंकि टीम ने मेजबान इंग्लैंड को उनके घरेलू मैदान पर 1-0 से हराकर 22 साल बाद टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज की है।
आकाश ने जो नाम शेयर किए हैं, उसमें सबसे पहला नाम तेज गेंदबाज टिम साउदी का है। साउदी का भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन बेहतरीन है। उन्होंने टीम इंडिया के खिलाफ 24 की औसत से 39 विकेट झटके हैं। इसके अलावा उन्होंने वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में 20 की औसत से 51 विकेट लिए हैं। आकाश ने यहां दूसरे नंबर पर कीवी कप्तान केन विलियमसन का नाम लिया। उन्होंने कहा कि, ‘वे एक मजबूत बल्लेबाज हैं और अनुशासन के साथ टीम को चलाना जानते हैं। वे शरीर के करीब खेलते हैं और उनके पास अच्छे बैकफुट शॉट भी हैं। इसके अलावा वे ये भी जानते हैं कि बड़ी पारी कैसे खेलनी है।
आकाश ने तीसरे नंबर पर तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट का नाम लिया। उन्होंने कहा कि, ‘बोल्ट न्यूजीलैंड क्रिकेट के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक हैं। बेशक उनके पास बहुत ज्यादा पेस नहीं है, लेकिन उनके पास शानदार दिमाग है। उनके पास अच्छी इनस्विंग है, साथ ही गेंद को दूर ले जाने की काबिलियत भी है। अगर विकेट से उन्हें थोड़ी सी भी मदद मिली तो उनको खेलना विपक्षी टीम के लिए मुश्किल हो जाता है।’
कीवी ऑलराउंडर काइल जैमीसन की तारीफ करते हुए आकाश ने कहा कि, ‘वे लंबे हैं और उन्होंने भारत के खिलाफ जितने भी मैच खेले हैं, उन सभी में अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने डब्ल्यूटीसी में 13 की औसत से 36 विकेट झटके हैं। भारतीय खिलाड़ी स्पीड और स्विंग खेलने में सक्षम हैं, लेकिन हम उछाल के खिलाफ संघर्ष करते हैं। इसके अलावा वे अच्छी बल्लेबाजी भी कर सकते हैं।
आकाश की इस लिस्ट में सबसे आखिरी नाम सलामी बल्लेबाज डेवोन कोनवे का लिया। कोनवे ने इंग्लैंड के खिलाफ टीम को टेस्ट सीरीज जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। उनकी यह डेब्यू सीरीज थी और उन्होंने इसमें शानदार प्रदर्शन करते हुए दोहरे शतक की मदद से सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाए। कोनवे दो मैचों की इस टेस्ट सीरीज में 300 से ज्यादा रन बनाने वाले एकमात्र बल्लेबाज थे।