इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 04 अक्टूबर 2021। भारत और श्रीलंका सोमवार से एक संयुक्त सैन्य अभियान शुरू करने जा रहे हैं। 12 दिनों के इस अभ्यास में आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन पर काम किया जाएगा। मित्र शक्ति अभ्यास के आठवें संस्करण का आयोजन श्रीलंका के अंपारा स्थित कांबैट ट्रेनिंग स्कूल में चार अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक किया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस सैन्य अभ्यास के बाद से दोनों देशों के बीच के रिश्तों में मजबूती आएगी। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारतीय सेना के 120 जवानों के सभी शस्त्र दल श्रीलंकाई सेना बटालियन के साथ आतंकवाद विरोधी और आतंकवाद विरोधी सहयोग में सुधार पर ध्यान केंद्रित करने के लिए काम करेंगे। बयान में कहा गया है, “अभ्यास का उद्धेश्य चरमपंथ और आतंकवाद रोधी अभियानों में बेहतर प्रक्रियाओं को साझा करना है।
यह अभ्यास श्रीलंका में किया जा रहा है। रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा कि मित्र शक्ति अभ्यास का आठवां संस्करण श्रीलंका के अमपारा में कॉम्बैट ट्रेनिंग स्कूल में 4 से 15 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा। मित्र शक्ति अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए भारतीय सेना की टुकड़ी रविवार को श्रीलंका पहुंची है। भारतीय सेना ट्वीट कर बताया कि वहां उनका श्रीलंकाई सेना द्वारा परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि दोनों देशों के बीच होने वाले इस संयुक्त अभ्यास को सामरिक अभ्यास और व्यावहारिक चर्चा के जरिए संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों को शामिल करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, मंत्रालय ने बताया कि यह अभ्यास दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने में काफी मदद मिलेगी। मंत्रालय ने यह भी कहा कि यह दोनों सेनाओं के बीच जमीनी स्तर पर तालमेल और सहयोग लाने में उत्प्रेरक का काम करेगा। ऐसे सातवें संस्करण का आयोजन पुणे में दिसंबर 2019 में औंध सैन्य स्टेशन स्थित विदेशी प्रशिक्षण नोड में किया गया था। उस संस्करण में, भारतीय सेना की कुमाऊं रेजिमेंट और श्रीलंका की जेमुनु वॉच इन्फैंट्री रेजिमेंट के एक दल ने भाग लिया था।
टुकड़ियों ने धारणा प्रबंधन और सूचना युद्ध, मानवाधिकार और मानवीय कानून के साथ-साथ शहरी और ग्रामीण परिवेश में आतंकवाद विरोधी और आतंकवाद विरोधी (सीआई-सीटी) अभियानों को लेकर अभ्यास किया था।