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बेंगलुुरु 22 दिसम्बर 2021 । ढाई साल की अनायिका अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन उसके पिता के साहसी फैसले से अब नौ जरूरतमंद मरीजों को नया जीवन मिलेगा। सड़क हादसे में पूरे परिवार को खोने के बावजूद अनायिका के पिता अमित गुप्ता ने बेटी के अंगों को दान करने का फैसला लिया। अब पीजीआई के डॉक्टरों ने अंगदान की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, मैचिंग मरीज मिलने पर बच्ची के हृदय को चेन्नई भेज दिया गया है। वहीं, लिवर को अहमदाबाद भेजा गया है। किडनी और आंखों के प्रत्यारोपण के लिए मरीजों की मैचिंग की जा रही है। इसके अलावा पैंक्रियाज का भी प्रत्यारोपण कर दिया गया है। पीजीआई ने भी अनायिका के पिता अमित गुप्ता के इस कदम की सराहना की है और कहा है कि इससे दूसरे लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी।
बता दें कि बीते 12 दिसंबर को मोहाली में एक ही परिवार के छह लोगों की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। हादसे में अनायिका की मां कीर्ति गुप्ता (33), भाई नुवंश (06), मामा अनुज बंसल (30), नानी उषा रानी (60) और उनकी बहन की मौत हो गई थी जबकि अनायिका गंभीर रूप से घायल हो गई थी, उसके सिर पर गंभीर चोटें आई थीं। उसे आनन-फानन पीजीआई लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली।
सोमवार को उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। इसके बाद बेंगलुुरु से आए पिता अमित गुप्ता ने अपने चचेरे भाई तरसेम गोयल और मामा सत्य प्रकाश से सलाह कर अनायिका के अंगदान का फैसला लिया। पिता अमित गुप्ता ने कहा कि उन्हें अपनी प्यारी बिटिया को खोने का बहुत दुख है लेकिन अब उसके अंगों से छह से नौ लोगों को नया जीवन मिलेगा, जो मुझे जीवन भर सुकून देगा। मेरी बेटी दुनिया में न होते हुए भी अब कई लोगों में जिंदा रहेगी।