-अनिल बेदाग़/ इंडिया रिपोर्टर लाइव
मुंबई 20 अक्टूबर 2022। अपोलो हॉस्पिटल्स ने एक विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस में 53 जीवन रक्षक पीडियाट्रिक लीवर ट्रांसप्लांट सर्जरी पूरी करने की घोषणा की। अस्पताल के सामने अब तक कुल 170 लीवर से संबंधित मामले आए हैं, जिनमें से 34 मृत दाता प्रत्यारोपण से संबंधित हैं और 12 अंतरराष्ट्रीय मामले हैं। पाँच वर्षों में यह महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया। ट्रांसप्लांट वाले बच्चों में 4 महीने के शिशु से लेकर बड़े बच्चों तक शामिल थे, जो बाइलरी अट्रेसिया और जन्मजात लीवर रोग से पीड़ित थे, और लीवर की विफलता की कगार पर थे। अपोलो ने अपोलो हॉस्पिटल्स पश्चिमी क्षेत्र के एचपीबी (HPB) और लीवर ट्रांसप्लांट कार्यक्रम के मुख्य सलाहकार के रूप में 35 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हेपाटो-पैनक्रियाटो-बाइलरी ट्रांसप्लांट सर्जन प्रोफेसर डेरियस मिर्जा के नैदानिक नेतृत्व के तहत महाराष्ट्र और गुजरात राज्य के भीतर मौजूदा लीवर कार्यक्रम के विस्तार की भी घोषणा की। दोनों संस्थान एक सफल लीवर ट्रांसप्लांट प्रोग्राम तैयार के लिए काम करेंगे जो पश्चिमी भारत में लीवर ट्रांसप्लांट केयर में सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञता और नवीनतम विश्व स्तरीय तकनीकी प्रगति लाएगा। सुश्री प्रीथा रेड्डी, कार्यकारी-वाइस चेयरपर्सन, अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप ने कहा, “अपोलो के लिए यह गर्व का क्षण है क्योंकि हम पाँच वर्षों में 53 पीडियाट्रिक लीवर ट्रांसप्लांट का यह मुकाम हासिल किया है। अपोलो हर वर्ष भारत के 15% लीवर ट्रांसप्लांट करता है और सॉलिड ऑर्गन ट्रांसप्लांट में अग्रणी है। ट्रांसप्लांट में 3 दशकों से अधिक के अनुभव जिसमें 4,051 लीवर शामिल हैं, अपोलो ने 50 से अधिक देशों के रोगियों को सेवा दी है। हम सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा प्रतिभा को जोड़ना जारी रखते हैं, जैसा कि प्रो.डेरियस मिर्जा के एक बार फिर एचपीबी (HPB) और लीवर ट्रांसप्लांट यूनिट के प्रमुख के रूप में बोर्ड पर आने से स्पष्ट है। मैं बॉम्बे हॉस्पिटल के साथ सहयोग का भी स्वागत करती हूँ, यह एक ऐसा गठजोड़ हैं जो हमें अपनी सेवाएं आबादी के एक बड़े हिस्से तक पहुँचाने में मदद करेगा।” प्रो.डेरियस मिर्जा, मुख्य सलाहकार- एचपीबी-लीवर ट्रांसप्लांट प्रोग्राम (वेस्टर्न रीजन), अपोलो हॉस्पिटल्स ने कहा, “जब मुझे अपोलो हॉस्पिटल्स में लीवर ट्रांसप्लांट प्रोग्राम विकसित करने का अवसर दिया गया, तो मैंने इसे सभी आयु समूहों और विभिन्न जोखिम स्तरों के रोगियों को लीवर ट्रांसप्लांट केयर की एक पूरी श्रृंखला प्रदान करने की अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करने के लिए सबसे उपयुक्त केंद्र पाया। अपोलो हॉस्पिटल्स में पीडियाट्रिक लीवर ट्रांसप्लांट कार्यक्रम में वित्तीय सहायता कार्यक्रमों और गैर सरकारी संगठनों के साथ गठजोड़ के माध्यम से महत्वपूर्ण धन जुटाने की पहल देखी गई है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि समाज के वंचित वर्गों के बच्चों को उनकी बीमारियों का सबसे अच्छा इलाज मिल सकेगा। सपोर्ट, पोस्ट ट्रांसप्लांटेशन मेडिकेशन सहायता के लिए भी विस्तारित है।” डॉ.राजकुमार पाटिल, निर्देशक-चिकित्सा सेवा, बॉम्बे हॉस्पिटल और मेडिकल रिसर्च सेंटर ने कहा, “बॉम्बे हॉस्पिटल और मेडिकल रिसर्च सेंटर जो पिछले 6 दशकों से आम लोगों को अथक और निस्वार्थ चिकित्सा सेवाएँ प्रदान कर रहा है। बॉम्बे हॉस्पिटल एक लीवर ट्रांसप्लांट कार्यक्रम की योजना बना रहा था और हमारे पास पंजीकृत कुछ मरीज़ों का इलाज नवी मुंबई के अपोलो हॉस्पिटल्स में हो चुका था। हम लीवर ट्रांसप्लांट कार्यक्रम के लिए अपोलो हॉस्पिटल्स के साथ सहयोग करके खुश हैं और इससे हमारे चिकित्सकों और टीम की आंतरिक क्षमता का निर्माण होगा।”