
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 13 अप्रैल 2022। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक अभूतपूर्व फैसला लेते हुए 90 पायलटों को बोइंग 737 मैक्स उड़ाने से रोक दिया है। इन पायलटों को डीजीसीए की संतुष्टि के लिए फिर से प्रशिक्षण से गुजरना होगा। डीजीसीए के महानिदेशक अरुण कुमार ने बताया कि, इन सभी पायलटों को बोइंग उड़ाने से पहले दोबारा प्रशिक्षण से गुजरना होगा। दरअसल, डीजीसीए की ओर से यह कदम तब उठाया गया है, जब उन्हें सिम्युलेटर प्रशिक्षण में विसंगतियों का पता चला था। उन्होंने इन 90 पायलटों की प्रशिक्षण प्रोफाइल का अवलोकन किया था। खामियां सामने आने के बाद उन्होंने कहा कि पूरा पायलट प्रशिक्षण भी जांच के दायरे में है।
11 बोइंग 737 मैक्स का संचालन करती है स्पाइस जेट
इतनी बड़ी संख्या में पायलटों को विमान संचालन से रोकने के बाद विमान कंपनियों में खलबली मच गई है। दरअसल, स्पाइसजेट 11 बोइंग विमानों का संचालन करती है। इन्हें उड़ाने के लिए 144 पायलटों की आवश्यकता है। हालांकि, स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने बताया कि बोइंग 737 मैक्स पर 650 प्रशिक्षित पायलटों में से 560 अभी भी उपलब्ध हैं। इसलिए इसके संचालन पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा।