इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 07 दिसंबर 2024। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत की तस्वीर अब पूरी तरह बदल चुकी है। बदली विदेश नीति के कारण भारत की एक अलग छवि दुनिया के सामने है। उसका आत्मविश्वास साफ झलकता है। उन्होंने शुक्रवार को यहां एक कार्यक्रम में कहा, हमने सीमा मसले पर चीन की चुनौतियों का पूरी दृढ़ता से मुकाबला किया। विदेश मंत्री ने पड़ोसी देश पाकिस्तान की नापाक हरकतों पर लगाम कसने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, चाहे आतंकवाद हो या बालाकोट भारत पूरी ताकत के साथ जवाब दे रहा है। पूर्व में 26/11 (मुंबई हमले) का जवाब नहीं दिया था, लेकिन हमने उरी का जवाब दिया और बालाकोट में भी घुसकर मारा। उन्होंने कहा, किसी ने भी हमसे जी-20 शिखर सम्मेलन की सफल मेजबानी की उम्मीद नहीं की थी। जयशंकर ने कहा, मोदी सरकार में हम पहले से ज्यादा महात्वाकांक्षी हो गए हैं। हम सपने देखने लगे हैं और उन्हें पूरे करने के लिए कोशिश भी करने लगे हैं, क्योंकि हमें विश्वास है सरकार हमारे साथ है। सरकार के कुछ ऐसे उल्लेखनीय काम हैं, जिससे पता चलता है कि हम किस समय में और किस दौर में जी रहे हैं। उन्होंने कहा, जो पहले हमारे नागरिकों के सपने हुआ करते थे, अब उनकी डिमांड बन गए हैं।
सेमीकंडक्टर क्षेत्र में भारत-जापान के बीच सहयोग की अपार संभावनाएं
जयशंकर ने कहा, भारत और जापान के बीच सेमीकंडक्टर क्षेत्र में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं। सेमीकंडक्टर क्षेत्र वैश्विक भू-राजनीतिक गतिशीलता को नया आकार देने के लिहाज से काफी मायने रखता है। विदेश मंत्री ने भारत-जापान फोरम के उद्घाटन सत्र में कहा, जापान अपने सेमीकंडक्टर क्षेत्र को पुनर्जीवित कर रहा है और भारत ने भी लंबे समय की उपेक्षा के बाद सेमीकंडक्टर मिशन की घोषणा की है। हम दोनों ताइवान के साथ भी काम कर रहे हैं। इससे इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में परिवर्तनकारी साझेदारी का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। यह आने वाले दशक में भू-राजनीतिक स्तर के समीकरणों को संतुलित करेगा। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और जापान दोनों चीन के पड़ोसी देश हैं। हमारे साथ चीन के संबंध स्थिर थे और दोनों देशों का व्यापार भी बढ़ रहा था। चीन ने भारत में निवेश भी किया है, लेकिन दोनों देशों के संबंध तभी तक स्थिर रह सकते हैं, जब तक सीमा पर शांति रहेगी।
दुनिया का नजरिया बदला
जयशंकर ने कहा, आजादी के करीब आठ दशक बाद भारतीय लोकतंत्र के असली फल देखने को मिल रहे हैं। दुनिया में हमारा रुतबा बढ़ा है। कोई भी बड़ा मसला भारत से सलाह-मशविरा किए बिना तय नहीं होता। हम बदल गए हैं और हमारे बारे में दुनिया का नजरिया बदल गया है। आज का भारत पहले से कहीं ज्यादा योग्य, सक्षम, निडर, आत्मविश्वासी और महत्वाकांक्षी है।