
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 06 जुलाई 2024। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन के लिए 8-9 जुलाई को रूस की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान मॉस्को में मोदी की मुलाकात रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से होगी। दोनों नेताओं के बीच बातचीत में यूक्रेन संघर्ष से वैश्विक दक्षिण के देशों पर प्रभाव और रूसी सेना की सेवा में गुमराह किए गए भारतीय नागरिकों की शीघ्र रिहाई का मुद्दा उठने की उम्मीद है।पीएम मोदी की रूस यात्रा से पहले शुक्रवार को विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी 8 जुलाई को दोपहर बाद मॉस्को पहुंचेंगे। अगले दिन मोदी रूस में बसे भारतीय समुदाय से संवाद करेंगे। पीएम क्रेमलिन में अज्ञात सैनिक की समाधि पर पुष्पांजलि भी अर्पित करेंगे। इसके बाद वे मॉस्को में प्रदर्शनी स्थल पर रोसाटॉम मंडप का दौरा करेंगे। इसके बाद मोदी और पुतिन के बीच प्रतिबंधित स्तर की वार्ता होगी, जिसके बाद प्रधानमंत्री और रूसी राष्ट्रपति के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी। रूसी सेना में नौकरी के नाम पर गुमराह कर भेजे गए भारतीयों की शीघ्र रिहाई का मुद्दा भी चर्चा में उठने की उम्मीद है।
क्वात्रा ने बताया कि मोदी 9 जुलाई की दोपहर में मॉस्को से विएना के लिए रवाना होंगे। दो दिवसीय प्रवास के दौरान मोदी ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति से मिलेंगे और उच्च स्तरीय वार्ता करेंगे। इस दौरान वे ऑस्ट्रिया के कारोबारियों से भी मिलेंगे। मोदी ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर से मुलाकात करेंगे और विएना में भारतीय समुदाय से भी संवाद करेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान क्वात्रा से सवाल पूछा गया कि क्या मोदी की रूस यात्रा के दौरान दोनों नेताओं के बीच बातचीत में यूक्रेन में संघर्ष का मुद्दा उठेगा। इस पर क्वात्रा ने जवाब दिया कि आप अच्छी तरह से जानते हैं कि प्रधानमंत्री ने 2022 में यूक्रेन में चल रहे संघर्ष का जिक्र करते समय क्या कहा था।
क्वात्रा ने कहा कि पीएम मोदी और पुतिन ने आखिरी बार सितंबर 2022 में उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय वार्ता की थी। इस दौरान मोदी ने पुतिन पर यूक्रेन संघर्ष खत्म करने के लिए दबाव डाला और कहा कि आज का युग युद्ध का नहीं है।