इंडिया रिपोर्टर लाइव
वाशिंगटन । कोरोना महामारी से जंग लड़ रहा अमेरिका (USA) अब अपने सबसे मुश्किल समय में प्रवेश कर गया है। रविवार को अमेरिका में करीब 1500 लोगों की मौत हो गई जो अपने आप में रेकॉर्ड है। इससे अमेरिका में मृतकों की संख्या 9100 पहुंच गई है। अमेरिका के सर्जन जनरल से चेतावनी दी है कि यह अमेरिका के लिए पर्ल हार्बर हमले की तरह से हो सकता है और देश में अशांति भड़क सकती है। अमेरिका के सर्जन जनरल जेरोम एडम ने रविवार को कहा, ‘ज्यादातर अमेरिकी लोगों के लिए यह सप्ताह सबसे कठिन और सबसे दुखद सप्ताह होने जा रहा है। यह हमारे लिए पर्ल हार्बर, 9/11 मूवमेंट होने जा रहा है। हालांकि यह केवल स्थानीय स्तर पर नहीं होगा।’ इस चेतावनी के बाद माना जा रहा है कि न्यूयॉर्क और मिशिगन में चल रहा कोरोना संकट अन्य राज्यों में बढ़ सकता है।
कई मामलों में नंबर वन अमेरिका अब कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले में भी नंबर वन हो गया है। अमेरिका में 3,21,000 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। इस पूरे संकट को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन विरोधियों के निशाने पर आ गया है। बिजनसमैन से राष्ट्रपति बने ट्रंप जल्द से जल्द देश के कई हिस्सों में चल रहे लॉकडाउन को खोलना चाहते हैं ताकि अर्थव्यवस्था को बचाया जा सके।
ट्रंप की योजना से विवाद बढ़ता जा रहा
हालांकि ट्रंप की इस योजना से विवाद बढ़ता जा रहा है। अमेरिका के हेल्थकेयर और महामारी के सलाहकार लोगों की जिंदगी को बचाने पर जोर दे रहे हैं। शनिवार को यह विवाद साफ तौर पर उस समय देखने को मिला जब ट्रंप ने कहा कि हम ने आने वाले कई महीनों तक यह लॉकडाउन जैसी स्थिति नहीं चाहते हैं। ट्रंप के बयान के बाद सर्जन जनरल जेरोम एडम ने कहा कि अमेरिका के लिए यह पर्ल हार्बर और 9/11 हमले जैसी स्थिति है। एडम ने कहा कि आने वाले सप्ताह हरेक अमेरिकी के लिए सबसे कठिन और दुखद होंगे।