इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 27 फरवरी 2023। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैच की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला एक मार्च से इंदौर में शुरू होगा। इस मैच से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम स्पिन खेलने के लिए जमकर अभ्यास कर रही है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत से पहले ही ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्पिन खेलने के लिए तैयारी कर रहे थे, लेकिन यह टीम स्वीप शॉट के भरोसे टेस्ट मैच जीतने की कोशिश कर रही थी। सीरीज के शुरुआती दो मुकाबलों में हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने स्वीप शॉट छोड़ पारंपरिक तरीके से स्पिन खेलने की कोशिश शुरू कर दी है। इंदौर के होल्कर स्टेडियम में रविचंद्रन अश्विन का रिकॉर्ड शानदार है। अश्विन के रिकॉर्ड को देखते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को स्वीप शॉट छोड़ सही तरीके से स्पिन खेलने की कोशिश शुरू कर दी है। अश्विन ने इस मैदान में दो टेस्ट मैचों में 12.5 रन प्रति विकेट के प्रभावशाली औसत से 18 विकेट लिए हैं।
दिल्ली टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम दूसरी पारी में छोट स्कोर पर सिमट गई थी। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने स्वीप शॉट खेलने के प्रयास में अपने विकेट गंवाए थे। इसके बाद कंगारू खिलाड़ियों ने अपनी गलती से सीख ली और इंदौर में तय समय से पहले ही अभ्यास के लिए पहुंच गए। खास बात यह रही कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने स्वीप शॉट की बजाय सामान्य तरीके से स्पिन खेलने का अभ्यास किया। स्टीव स्मिथ की अगुआई वाली टीम ने स्वीप शॉट खेलने के बजाय आगे आकर डिफेंस करने की कोशिश की। खिलाड़ियों ने कदमों का इस्तेमाल भी किया। स्मिथ और उस्मान ख्वाजा नेट्स पर सबसे पहले आए। इन दोनों ने नाथन लियोन और मैथ्यू कुह्नमैन के खिलाफ एक घंटे से अधिक समय तक बल्लेबाजी की।
ऑस्ट्रेलियाई टीम में स्पिन के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक स्मिथ का प्रदर्शन अभी तक निराशाजनक रहा है और वह बुधवार से शुरू हो रहे मैच में इसमें सुधार करना चाहेंगे। लियोन ने ख्वाजा और स्मिथ दोनों को परेशान किया। हालांकि, दोनों अपने डिफेंस को मजबूत करने के लिए दृढ़ दिखे। अधिकांश हवाई हिट कुह्नमैन के खिलाफ आए।
कोटला में एक घंटे में ऑस्ट्रेलिया ने मैच गंवा दिया, जबकि वह पूरी तरह से जानते थे कि भारतीय पिचों पर स्वीप जोखिम भरा और कम प्रभावी शॉट है। सभी बल्लेबाजों के पास समय होने के बाद ख्वाजा और स्मिथ फिर से नेट्स पर लौट आए। ख्वाजा के अलावा स्वीप का अभ्यास करने वाले एकमात्र अन्य बल्लेबाज एलेक्स कैरी थे। ख्वाजा एक ही शॉट खेलते हुए चार बार छोटे स्कोर पर आउट हुए हैं। लाबुशेन, पीटर हैंड्सकॉम्ब और ट्रेविस हेड ने ऑफ स्पिनर मर्फी और लेग स्पिनर मिशेल स्वेपसन का सामना किया। हैंड्सकॉम्ब अब तक स्पिनरों के खिलाफ सबसे सहज दिखे हैं, हर बार पिच पर उतरे और मर्फी और स्वेपसन ने गेंद को कुछ हवा दी। हेड ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों में सबसे आक्रामक दिखे। विशेष रूप से स्वेपसन के खिलाफ उन्होंने जमकर बड़े शॉट खेले।
पूरी तरह फिट नहीं हैं स्टार्क
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क, जो उंगली की चोट के कारण पहले दो टेस्ट में नहीं खेले थे, तीसरे टेस्ट के लिए प्लेइंग इलेवन में कप्तान पैट कमिंस की जगह उन्हें मौका मिलने की संभावना। स्टार्क ने कहा कि वह अभी 100 प्रतिशत नहीं हैं लेकिन उन्होंने कैमरून ग्रीन को करीब एक घंटे तक गेंदबाजी की और अच्छी गति पैदा की। लांस मॉरिस ने उनके साथ गेंदबाजी की और ग्रीन को कई मौकों पर अपनी गति से छकाया।
ग्रीन ने सत्र में बाद में गेंदबाजी भी थी। वह उंगली की चोट के कारण पहले दो टेस्ट नहीं खेले थे, लेकिन तीसरे मैच में उनका खेलना तय है। कमिंस और डेविड वार्नर के आउट होने के साथ, ग्रीन और स्टार्क खाली जगह को भरने के लिए सबसे बेहतर विकल्प हैं।