
इंडिया रिपोर्टर लाइव
कोटा 05 दिसंबर 2022। दक्षिण भारत से शुरू हुई कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अब राजस्थान में प्रवेश कर गई है। प्रदेश में यात्रा की शुरुआत भाजपा के गढ़ झालावाड़ से हुई है। यहां से यात्रा कोटा पहुंचेगी। लेकिन झालावाड़ से कोटा के बीच राहुल गांधी को जंगल की चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। दरअसल, झालावाड़ से निकलने के बाद रास्ते में दरा क्षेत्र के आसपास के लगभग 10 किलोमीटर तक भारत जोड़ो यात्रा के यात्री पैदल नहीं चल पाएंगे। इस रास्ते से राहुल गांधी और अन्य यात्रियों को अपने कंटेनर और गाड़ियों से ही सफर तय करना होगा।
सोमवार को भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत राजस्थान में भाजपा के गढ़ झालावाड़ जिले से शुरू हो गई। सुबह करीब 6 बजकर 11 मिनट पर झालावाड़ के काली तलाई से यात्रा शुरू हुई। काली तलाई से बाली बोरडा तक करीब 14 किलोमीटर के सफर के साथ यात्रा का पहला फेज पूरा हो गया। इस यात्रा में सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा साथ चले। यात्रा के पहले दिन कांग्रेस के सभी खेमे एक साथ दिखे। गहलोत-पायलट के समर्थक भी यात्रा में भाग ले रहे हैं।
राजस्थान के स्थानीय कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भारत जोड़ो यात्रा का यह रूट मुंकदरा के घने जंगल से होकर गुजरता है। दरा क्षेत्र के पास लगभग करीब 10 किलोमीटर के रास्ते पर घना जंगल का एरिया पड़ता है। इसमें दोनों तरफ बड़े-बड़े पेड़ और वादियां पड़ती हैं। इस रास्ते में कई बार स्थानीय लोगों को जानवर सड़क से गुजरते हुए दिखाई देते हैं। इसके अलावा यहां रोड़ पर लाइट की व्यवस्था भी ठीक नहीं है। जिसके कारण जानवरों और अपराधियों का खतरा बढ़ जाता है। यही वजह है कि भारत जोड़ो यात्रा को इस रास्ते से पैदल चलने की अनुमति नहीं दी गई है। इस दौरान राहुल अपनी यात्रा कंटनेर और गाड़ियों के जरिए ही पूरा करेंगे। रास्ता पूरा होने के बाद राहुल फिर अपनी पैदल यात्रा शुरू करेंगे। यहां से आगे बढ़ने के बाद राहुल दरा में ही प्रसिद्ध गणेश मंदिर में दर्शन करेंगे।
यहां भी होगी भारत जोड़ो यात्रा को परेशानी
इसके अलावा भारत जोड़ो यात्रा के लिए अगली चुनौती सवाईमाधोपुर में रहेगी। कोटा से सवाईमाधोपुर के बीच पापड़ी रेलवे फाटक है। राहुल गांधी की यात्रा यहीं से होकर गुजरेगी। उनकी यात्रा में यह एकमात्र ऐसी जगह है, जहां रेलवे लाइन के ऊपर से उन्हें गुजरना पड़ेगा। यहां न तो ओवरब्रिज है और न ही कोई अंडरपास। जिस जगह से यह फाटक गुजर रहा है, वह दिल्ली-मुंबई रेलवे लाइन है। यहां से दिल्ली, आगरा, जयपुर सहित अन्य जगहों से ट्रेनें कोटा, एमपी और फिर मुंबई के लिए जाती हैं। यहां से हर 15 मिनट में कोई न कोई ट्रेन गुजरती है। ऐसे में जब राहुल की यात्रा जब यहां पहुंचेगी तो विशेष सावधानी बरतनी होगी। क्योंकि अगर रेलवे फाटक बंद हुआ, तो राहुल की यात्रा को कुछ देर यहां रोकना पड़ेगा। इसके बाद ही यात्रा शुरू होगी। ऐसे में थोड़ी-थोड़ी देर के अंतराल के बाद सभी यात्रियों को निकलना एक चुनौती होगी। क्योंकि यात्रियों के साथ यात्रा में कंटेनर और गाड़िया भी बड़ी संख्या में चलती हैं।
यात्रा के दौरान ऐसा होगा राहुल गांधी शेड्यूल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी सुबह एक तय जगह से अपनी यात्रा की शुरुआत करेंगे। पैदल चलने के दौरान वे लोगों से मुलाकात और बातचीत करेंगे। सुबह की यात्रा रुकने के बाद तय जगह पर लंच होगा। लंच की व्यवस्था हर जगह तीन लेयर में की जाएगी। पहली लेयर में सिर्फ राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और चुनिंदा नेता ही साथ होंगे। लंच के बाद थोड़ा आराम कर राहुल फिर यात्रा शुरू करेंगे। शाम की यात्रा में कुछ दूर चलने के बाद तय जगह पर हर रोज एक कॉर्नर मीटिंग होगी। सभा के बाद राहुल फिर आगे बढ़ेंगे और फिर अपने नाइट स्टे वाली जगह पर पहुंचेंगे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी रात अपने कंटेनर में ही रुकेंगे। एसी कंटेनर में बेड और अटैच बाथरूम है। इसके अलावा राहुल का एक और कंटेनर है, जिसमें उनका किचन है। उनके साथ चल रहे अलग-अलग यात्रियों के लिए 2 से 8 बेड तक के अलग कंटेनर हैं। ये कंटेनर हर नाइट स्टे वाली जगह पर पार्क किए जाएंगे। राजस्थान के अन्य नेताओं और यात्रियों के लिए स्टे की व्यवस्था अलग होगी। इसके बाद अगले दिन कुछ दूर से राहुल अपनी यात्रा शुरू करेंगे।