इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली: 19 दिसंबर 2022। संसद के शीतकालीन सत्र में चीन झड़प काफी अहम मुद्दा बना हुआ है. जहां विपक्ष सरकार से इस मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहा है, वहीं सरकार इससे बचती नजर आ रही है. ऐसे में चीन के मुद्दे पर आज भी संसद में हंगामे हो रहा है. हाल ही में कांग्रेस ने पीएम मोदी पर आरोप लगाया कि वह भारत-चीन सीमा पर स्थिति के बारे में संसद में ‘चर्चा करने से भाग रहे’ हैं. विपक्षी दल ने कहा कि रक्षा मंत्री को नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर जवाब देना चाहिए. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ‘‘चीन” शब्द नहीं बोलते हैं। देश की सबसे पुरानी पार्टी ने यह भी सवाल किया कि क्या सरकार उस देश (चीन) के साथ अपने ‘नजदीकी संबंधों’ के कारण खामोश है. अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प के कुछ दिनों बाद सरकार पर यह प्रहार किया गया है. दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी चीन के मुद्दे पर सरकार पर बोला हमला- पूछा-चीन को लेकर क्या है सरकार की मजबूरी? आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में अरविंद केजरीवाल ने चीन के मुद्दे पर केंद्र सरकार को जमकर घेरा।
उन्होंने कहा कि चीन हमें आंखें दिखाता है और हमारी सरकार उसे ईनाम दे रही है. चीन ने हमें आंख दिखाए तो बीजेपी सरकार ने अगले साल 7.5 लाख करोड़ रुपए का सामान ख़रीदा. हमें तो उनको सज़ा देनी चाहिए थी, उनसे और सामान ख़रीदने की क्या मजबूरी थी?. साथ ही केजरीवाल ने कहा कि चीन हमारे ऊपर छोटे बड़े हमले कर देता है. लेकिन हमारे जवान डंटकर हमलों का सामना कर रहे हैं. लेकिन फिर ख़बर आती है कि चीन कहीं इतने किमी अंदर घुस गया. ऐसे मसलों पर भारत सरकार कहती है कि नहीं, सबकुछ ठीक है।
संसद में चीन मुद्दे पर हंगामा
संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही शुरू हो चुकी है. कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने भारतीय सीमा में चीनी अतिक्रमण का मामला उठाया. आज भी संसद में हंगामे हो रहा है. पिछले दिनों रक्षा मंत्री ने चीन के मुद्दे पर बयान दिया, तभी से इस मसले पर विपक्ष की मांग कर रहा है. विपक्ष का कहना है कि सरकार इस मामले में कुछ तो छिपा रही है।
चीन मुद्दे पर बोले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने चीन मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर कहा कि मैं ऑब्जेक्शन करना चाहता हूं,इससे पहले भी यूपीए सरकाक के कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा नहीं हुई. आपको बता दूं कि साल 2012 में चीनी अतिक्रमण के मुद्दे पर चर्चा नहीं हो पाई थी।
राज्यसभा से विपक्षी सांसदों का वॉकआउट
चीन सीमा मुद्दे पर चर्चा करने की अनुमति देने से सभापति के इनकार के विरोध में विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा में वॉकआउट किया।
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने सेम सेक्स का मुद्दा उठाया
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने सेम सैक्स का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भारत में ‘सेम सेक्स’ विवाह किसी भी कानून के तहत स्वीकार नहीं है और मैं भी इसका विरोध करता हूं. इस मसले पर संसद में चर्चा होनी चाहिए।
पठान फिल्म के बहिष्कार का मुद्दा उठाया
लोकसभा में बसपा के सांसद कुंवर दानिश अली ने पठान फिल्म के बहिष्कार का मुद्दा उठाया. दानिश अली ने कहा कि दीपिका पादुकोण को दुनिया भर में सराहा जाता है पर यहां उसके फिल्मों का बहिष्कार की बात सत्तापक्ष की ओर से कही जाती है, जब सेंसर बोर्ड ने किसी फिल्म को पास कर दिया तो फिर यह लोग बहिष्कार करने वाले कौन होते हैं।
भूमि अधिग्रहण अधिनियम 1885, 23 अन्य अधिनियमों को निरस्त करने के लिए सरकार का कदम
सरकार आज भूमि अधिग्रहण अधिनियम 1885 और 23 अन्य अधिनियमों को निरस्त करने के लिए आगे बढ़ी. सरकार ने सुप्रीम कोर्ट (न्यायाधीशों की संख्या) संशोधन अधिनियम, 2019 को निरस्त करने का भी प्रस्ताव दिया।
कांग्रेस नेता ने की कश्मीरी पंडितों की स्थिति पर लोकसभा में चर्चा की मांग
लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आज कश्मीरी पंडित कश्मीर छोड़ रहे हैं और आतंकी कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाने के लिए उनके नामों की लिस्ट तैयार कर रहे हैं. ऐसे में सदन में जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा होनी चाहिए।
विपक्ष के राज्यसभा से वाकआउट पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आज हमने राज्यसभा में विपक्षी दलों की हताशा देखी और उनमें मर्यादा का पूर्ण अभाव देखा. उनकी हताशा उस स्तर तक पहुंच गई है जहां उन्हें संसद के कामकाज में किसी भी नियम/कानून पर विश्वास नहीं है।