
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 14 अप्रैल 2023। पूर्वी लद्दाख में जारी सीमा विवाद के बीच भारतीय थल सेना और वायु सेना के सामरिक बलों ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बहु-क्षेत्रीय अभ्यास किया। अभ्यास सत्र में वायुसेना का सी-17 ग्लोबमास्टर, चिनूक, एमआई 17 हेलिकॉप्टर शामिल हुए। इसके अलावा आगरा स्थित शत्रुजीत ब्रिगेट के पैराट्रूपर्स ने चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल कर एक विशेष हेलीबोर्न अभियान चलाया।
अभ्यास का उद्देश्य भारतीय वायुसेना के फिक्स्ड और रोटरी विंग प्लेटफॉर्मों को नियोजित करने वाले विशेष बलों की रणनीतिक एयरलिफ्ट के लिए संयुक्त योजनाओं को मान्य करना था और काइनेटिक क्रियाओं के लिए निर्दिष्ट क्षेत्रों में उतरना था। यह अभ्यास पिछले हफ्ते बीजिंग द्वारा अरुणाचल प्रदेश में 11 और स्थानों के लिए चीनी नामों की घोषणा की पृष्ठभूमि में हुआ था, जिसे पड़ोसी देश तिब्बत का दक्षिणी भाग होने का दावा करता है। भारत ने चीन के कदम को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा कि आगरा स्थित शत्रुजीत ब्रिगेड के पैराट्रूपर्स ने चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टरों का उपयोग करके शत्रुतापूर्ण वातावरण में तेजी से तैनात करने की अपनी क्षमता को मान्य करने के उद्देश्य से विशेष हेलीबोर्न अभियान चलाया।
सैनिकों ने किया क्षमताओं का प्रदर्शन
इस दौरान विशेष सैनिकों की गति, चपलता और मारक क्षमता का प्रदर्शन किया, जो शत्रुतापूर्ण वातावरण में तेजी से तैनात करने, लैंडिंग क्षेत्रों को सुरक्षित करने और सामरिक सेटिंग के अनुसार सटीकता और गति के साथ दुश्मन को शामिल करने की उनकी क्षमता को प्रदर्शित करता है। सैनिकों ने दुर्गम पहाड़ी इलाकों में काम करते हुए असाधारण व्यावसायिकता, क्षमता और तालमेल का प्रदर्शन किया।