इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 09 फरवरी 2024। पाकिस्तान में आम चुनाव के वोटों की गिनती जारी है। इस बीच, अमेरिकी कांग्रेस के सांसदों ने चुनाव के दौरान राजनीतिक हिंसा के इस्तेमाल, मोबाइल फोन सेवा बंद करने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर लगे प्रतिबंधों की निंदा की है।अमेरिकी सांसद डीना टाइटस ने पाकिस्तान में चुनावों के दौरान राजनीतिक हिंसा के इस्तेमाल और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगाने की निंदा की है। उन्होंने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों को एक कार्यशील लोकतंत्र का आधार बनाया। एक्स पर एक पोस्ट में, डीना टाइटस ने कहा, “स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव एक कार्यशील लोकतंत्र की आधारशिला हैं। मैं पाकिस्तान में राजनीतिक हिंसा के इस्तेमाल और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध की निंदा करती हूं। मैं जमीनी स्तर पर स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही हूं और अधिकारियों से कानून के शासन का पालन करने का आग्रह करती हूं।”
पाकिस्तान स्थित डॉन की खबर के अनुसार भ्रष्टाचार के आरोपों और सेलुलर व इंटरनेट सेवाएं बंद होने के बीच पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए मतदान संपन्न हुआ। पाकिस्तान चुनाव आयोग ने पहले कहा था कि छूट केवल उन लोगों के लिए दी जाएगी जो पहले से ही मतदान केंद्र के अंदर हैं। हालांकि मतदान को स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं माना जा रहा है, क्योंकि धांधली और लोगों को मतदान से रोके जाने को लेकर कई आरोप लगाए गए थे। अमेरिकी सांसद ब्रैड शर्मन ने कहा है कि पाकिस्तान में प्रेस संगठनों को वोट की सूची की जानकारी देने की स्वतंत्रता होनी चाहिए और चुनाव परिणामों की घोषणा में देरी नहीं होनी चाहिए। अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य राशिदा तलीब ने ट्वीट किया, “पाकिस्तान में प्रेस संगठनों को वोटों के आंकड़ों से जुड़ी रिपोर्ट करने की आजादी होनी चाहिए और नतीजों की घोषणा में कोई अनुचित देरी नहीं होनी चाहिए।” यूएस कांग्रेस सांसद राशिदा तलैब ने कहा कि पाकिस्तान में लोकतंत्र गंभीर खतरे में है। पाकिस्तान के लोगों को प्रक्रिया में हस्तक्षेप या छेड़छाड़ के बिना अपने नेताओं का चुनाव करने में सक्षम किया जाना चाहिए।
कांग्रेस सदस्य ग्रेग कैसर ने कहा कि पाकिस्तान के लोगों के पास सेलफोन सेवा बंद किए बिना और चुनाव परिणामों को कमजोर करने वाली कोशिशों के बिना अपने नेताओं का चुनाव करने का अधिकार होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘अमेरिका को पाकिस्तान के लोगों के साथ खड़ा होना चाहिए और स्पष्ट करना चाहिए कि हम लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए काम करने वाले किसी भी व्यक्ति का समर्थन नहीं करेंगे।” इससे पहले, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान में मतदान के दिन चुनाव संबंधी हिंसा और इंटरनेट शटडाउन की निंदा करते हुए कहा कि वे देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर लगे प्रतिबंधों से चिंतित हैं।