
इंडिया रिपोर्टर लाइव
जम्मू-कश्मीर 20 दिसंबर 2022। जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में मंगलवार सुबह आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के तीन आतंकवादी मारे गए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके में नाकाबंदी कर तलाशी अभियान तेज कर दिया है। मुठभेड़ मुंझ मार्ग इलाके में हुई।
एडीजीपी कश्मीर ने बताया कि मारे गए तीन स्थानीय आतंकवादियों में से दो की पहचान हो गई है। जबकि तीसरे की पहचना की प्रक्रिया जारी है। इनमें से एक शोपियां का लतीफ लोन है, जो एक कश्मीरी पंडित पुराण कृष्ण भट की हत्या में शामिल था और दूसरा अनंतनाग का उमर नजीर है, नेपाल के तिल बहादुर थापा की हत्या में शामिल था। इनके पास से एक एके 47 रायफल और दो पिस्टल बरामद हुई है। बताया जाता है कि सुरक्षाबलों की टीम को आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। सुरक्षाबलों ने इलाके को घेरकर तलाशी अभिायन शुरू किया। इसी दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकी मारे गए। इससे पहले सोमवार को उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में पुलिस और सुरक्षाबलों को आतंक के खिलाफ एक और कामयाबी मिली। पुलिस ने बारामुला में हथियार समेत आतंकी मददगार को गिरफ्तार किया। इस संबंध में पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
नक्सलियों की बड़ी साजिश का पर्दाफाश, कर रहे लड़कियों की भर्ती, एक्शन में सुरक्षा एजेंसी
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी (CPI Maoist) में लड़कियों की भर्ती का मामला सामने आया है। इस केस में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पांच लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। इसमें संगठन पर आरोप लगाया गया है कि वह युवा लड़कियों की भर्ती कर उन्हें कट्टरपंथी बना रहा है। एनआईए ने बयान जारी कर बताया कि सोमवार को आंध्र के विजयवाड़ा स्थित विशेष कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया गया। यह केस विशाखापत्तनम पुलिस ने इस साल के आरंभ में दायर किया था। इसके बाद जांच एनआईए को सौंपने पर दोबारा केस दायर किया गया। आरोप पत्र में राधा नामक लड़की को भाकपा माओवादी के कैडर के रूप में भर्ती किए जाने का जिक्र है। शिकायत में कहा गया है कि आरोपी डोंगरी देवेंद्र, दुबासी स्वप्ना और चुक्का शिल्पा ने राधा को चैतन्य महिला संघ (सीएमएस) में शामिल होने के लिए प्रेरित किया और बाद में उसे कट्टरपंथी बनाकर भाकपा (माओवादी) के नेतृत्व में प्रतिबंधित संगठन में भर्ती करा दिया।
एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि भूमिगत माओवादियों, आरके (अब मृतक) उदय, अरुणा आदि इस संगठन के नेता थे। जांच में पाया गया कि आरोपी देवेंद्र राधा को इलाज के बहाने जंगल में ले गया था। वहां उदय और अरुणा ने उसे प्रतिबंधित संगठन में शामिल होने के लिए मजबूर किया। एनआईए का कहना है कि आरोपियों ने कुछ अन्य लड़कियों व अन्य को भी इस प्रतिबंधित संगठन में भर्ती किया। प्रवक्ता ने कहा कि देवेंद्र ने सामाजिक कार्य के नाम पर भोलीभाली लड़कियों को सीएमएस की ओर आकर्षित किया था। मामले में किसी बड़ी साजिश की आशंका को देखते हुए सीएमएस और संगठन के अन्य नेताओं की भूमिका की जांच की जा रही है।