इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 17 जून 2023। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कर्नाटक के बेंगलुरु में ‘रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भरता’ पर रक्षा मंत्रालय के लिए सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता की। यहां उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि 25 वर्ष बाद जब यह देश अपनी स्वाधीनता का स्वर्णिम वर्ष मना रहा होगा तब तक हम अपने निर्धारित लक्ष्यों को पूरा कर नए लक्ष्यों का निर्माण कर रहे होंगे। आगे इस अवसर पर बोलते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश की सुरक्षा बढ़ाने और सशस्त्र बलों को तकनीकी रूप से उन्नत बनाने के लिए सरकार के निरंतर प्रयास पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए कई निर्णय लिए गए हैं। इनमें पूंजी परिव्यय सहित रक्षा बजट में निरंतर वृद्धि, वित्तीय वर्ष 2023-24 में घरेलू उद्योग के लिए रक्षा पूंजी खरीद बजट का रिकॉर्ड 75 प्रतिशत निर्धारित करना और सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची जारी करना शामिल है।
राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा कि सरकार के फैसलों का असर दिखना शुरू हो गया है और आज भारत स्वदेशी तौर पर पनडुब्बी, लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर और हथियार बना रहा है। आगे उन्होंने कहा कि बढ़ता रक्षा उद्योग न केवल घरेलू जरूरतों को पूरा कर रहा है बल्कि मित्र देशों की सुरक्षा जरूरतों को भी पूरा कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष में, हमारा रक्षा उत्पादन एक लाख करोड़ रुपये को पार कर गया और निर्यात 16,000 करोड़ रुपये को छू गया। यह इस बात का प्रमाण है कि रक्षा क्षेत्र और देश बड़े पैमाने पर सही रास्ते पर हैं। राजनाथ सिंह ने इस बात की सराहना की कि विचारधारा चाहे जो भी हो, पूर्ण आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में सभी पक्षों से हमेशा सहमति रही है। साथ ही राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर हम भारत को आयातक के बजाय एक रक्षा निर्यातक बनाना चाहते हैं, तो हमें ‘राष्ट्र पहले’ के विचार के साथ हर स्थिति में एक साथ खड़ा होना चाहिए। तभी हम आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त कर पाएंगे।