इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 26 मई 2024। 77वें कान फिल्म महोत्सव के आखिरी दिन आयोजित पुरस्कार समारोह में भारतीय फिल्म ‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ की धूम देखने को मिली है। पायल कपाड़िया की फीचर फिल्म ने फेस्टिवल में ग्रांड प्रिक्स जीता है। ग्रांड प्रिक्स, पाल्मे डी’ओर के बाद फिल्म महोत्सव का दूसरा सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है। पायल कपाड़िया द्वारा निर्देशित इस फिल्म में कनी कुश्रुति, दिव्या प्रभा, छाया कदम और हृदयु हारून मुख्य भूमिका में हैं। वहीं, पाल्मे डी’ओर अवॉर्ड ‘अनोरा’ की झोली में गिरा है।
‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ ने रचा इतिहास
‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ का प्रीमियर 2024 कान फिल्म फेस्टिवल में 23 मई को इसके बहुप्रतीक्षित ‘प्रतियोगिता खंड’ में किया गया था। यह 30 वर्षों में महोत्सव के मुख्य खंड में प्रदर्शित होने वाली पहली भारतीय फिल्म बनी। प्रतियोगिता अनुभाग में जगह बनाने वाली आखिरी भारतीय फिल्म 1994 में शाजी एन करुण की ‘स्वाहम’ थी।
‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ की कहानी
पायल कपाड़िया द्वारा लिखित ‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ केरल की दो नर्सों की कहानी है। कहानी के केंद्र में नर्स प्रभा हैं, जिसका किरदार कनी कुसरुति ने निभाया है। उनकी दुनिया तब अस्त-व्यस्त हो जाती है जब उन्हें अपने अलग हो चुके पति से एक अप्रत्याशित उपहार मिलता है, जिससे उनकी लंबे समय से दबी भावनाएं फिर से जाग उठती हैं। जैसे ही प्रभा अपने अतीत की जटिलताओं से जूझती है, उसकी छोटी रूममेट अनु नए प्यार की यात्रा पर निकलती है, जिसे मुंबई की अराजक सड़कों की पृष्ठभूमि में खूबसूरती से चित्रित किया गया है। फिल्म इन दो विपरीत कथाओं को कुशलतापूर्वक एक साथ जोड़ता है, और इसके पात्रों की कच्ची भावनाओं और संघर्षों की झलक पेश करता है। प्रभा की आत्म-खोज की यात्रा से लेकर अनु के खिलते रोमांस तक, ‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ प्यार, हानि और खुशी की खोज की गहन मानवीय खोज का वादा करती है।