इंडिया रिपोर्टर लाइव
भुवनेश्वर 01 दिसंबर 2024। ओडिशा में पीएम नरेंद्र मोदी के विपक्ष पर निशाना साधने के मामले में राज्य की राजीनीति में जबरदस्त गर्माहट देखने है। जहां भाजपा, बीजद और कांग्रेस के बीच बयानबाजी तेज होती हुई दिख रही है। ये बयान बाजी पीएम मोदी के शुकवार कांग्रेस और बीजद पर आरोप के बाद शुरू हुई। जहां पीएम ने विपक्षी दलों पर देश के खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया था, जिसके जवाब में बीजद के नेता प्रसन्ना आचार्य ने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले पांच महीनों में केवल इमारतों का रंग बदला और बीजद की 22 योजनाओं के नाम बदल दिए। इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी के बयानों में विरोधाभास की ओर इशारा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री पहले बीजद और नवीन पटनायक की सराहना करते थे, लेकिन अब वही आरोप लगा रहे हैं। आचार्य ने यह भी कहा कि ओडिशा को मिली केंद्रीय सहायता कोई उपकार नहीं है, बल्कि संघीय व्यवस्था के तहत मिल रही है।
भाजपा ने किया पलटवार
बीजद नेता के आरोप पर भाजपा नेता सुरेश पुजारी ने पल आचार्य के आरोपों को नकारते हुए कहा कि मोदी सरकार ने ओडिशा को वित्तीय लाभ दिया है, खासकर खनन और रेलवे के क्षेत्र में। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार ने यूपीए सरकार की तुलना में रेलवे के लिए ज्यादा फंड आवंटित किया है। वहीं राज्य के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कांग्रेस को भारत विरोधी बताया और कहा कि कांग्रेस ने देश के खिलाफ बोलकर खुद को कमजोर कर लिया है।
कांग्रेस ने पीएम मोदी पर लगाया गुमराह करने का आरोप
कांग्रेस नेता जयदेव जेना ने प्रधानमंत्री पर ओडिशा के लोगों को विकास के झूठे वादों से गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले पांच महीनों में कुछ खास काम नहीं किया। उन्होंने तीन आदिवासी महिलाओं की भूख से मौत का उदाहरण दिया और कहा कि इससे ओडिशा का नाम दुनिया भर में खराब हुआ है।
कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
इसके साथ ही कांग्रेस के युवा नेताओं ने मोदी और अमित शाह के ओडिशा दौरे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने राज्य में गिरती कानून व्यवस्था और बेरोजगारी के बढ़ते मामलों पर नारेबाजी की।