
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 07 दिसंबर 2024। मेजर जनरल मोहित सेठ ने कहा है कि 1971 का युद्ध आधुनिक भारत के सैन्य इतिहास में मील का पत्थर साबित हुआ है। सेठ ने सशस्त्र बलों की वीरता और बलिदान को याद करते हुए कहा कि यह जीत केवल एक सैन्य विजय नहीं, बल्कि भारतीय संकल्प और साहस की अद्वितीय मिसाल थी। वे शुक्रवार को फोर्ट विलियम में भारतीय सेना की पूर्वी कमान में विजय दिवस 2024 के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम 1971 के ऐतिहासिक युद्ध विजय की याद में और सशस्त्र बलों की बहादुरी को सम्मान देने के लिए किया गया।
संकल्प और साहस की अद्वितीय मिसाल
मेजर जनरल मोहित सेठ ने 1971 के युद्ध के गौरवशाली इतिहास और उसके प्रभाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, यह युद्ध आधुनिक भारत के सैन्य इतिहास में मील का पत्थर साबित हुआ है। मेजर जनरल ने सशस्त्र बलों की वीरता और बलिदान को याद करते हुए कहा कि यह जीत केवल एक सैन्य विजय नहीं, बल्कि भारतीय संकल्प और साहस की अद्वितीय मिसाल थी।
सैनिकों की बहादुरी और राष्ट्रीय एकता का प्रतीकात्मक चित्रण
कार्यक्रम का वरिष्ठ युद्ध पत्रकार और द स्टेट्समैन के पूर्व संपादक मानस घोष का वक्तव्य था। उन्होंने युद्ध क्षेत्र के अपने अनुभव साझा करते हुए सैनिकों के साहस, धैर्य और त्याग की प्रेरणादायक कहानियां प्रस्तुत कीं। उन्होंने 1971 के युद्ध में सैनिकों की असीम बहादुरी और राष्ट्रीय एकता का प्रतीकात्मक चित्रण किया। विजय दिवस 2024 के इस उद्घाटन कार्यक्रम ने विभिन्न गतिविधियों की शुरुआत की, जो 1971 की युद्ध विजय की अमर स्मृतियों को समर्पित होंगी।
एक नजर में विजय दिवस 2024
16 दिसंबर को सुबह विजय स्मारक फोर्ट विलियम में सुबह शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद युद्ध नायकों के साथ फोटो सेशन होगा। इसके बाद युद्ध नायकों के साथ पत्रकारों का संवाद होगा। इसके बाद सैन्य प्रशिक्षण क्षेत्र, कोलकाता में सैन्य टैटू का आयोजन किया जाएगा।