इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 09 दिसंबर 2024। भारत सरकार ने सोमवार को कहा कि वह Syria में जारी संकट और मौजूदा घटनाक्रम पर करीब से नजर बनाए हुए है। विदेश मंत्रालय के एक बयान में भारत ने Syria की एकता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने की दिशा में सभी पक्षों से काम करने की अपील की है। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत सरकार ने Syria की स्थिति का गहन मूल्यांकन किया है और वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय से यह अपेक्षाएँ करती है कि Syria में शांति और स्थिरता की बहाली के लिए सभी पक्ष कूटनीतिक और राजनीतिक उपायों का पालन करें। विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया, “हम Syria की मौजूदा स्थिति पर नज़र रख रहे हैं और हम सभी पक्षों से आग्रह करते हैं कि वे Syria की एकता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने की दिशा में काम करें।” भारत सरकार ने इस संकट के दौरान Syria के सभी वर्गों के हितों और आकांक्षाओं का सम्मान करते हुए शांतिपूर्ण और समावेशी राजनीतिक प्रक्रिया की वकालत की है। भारत ने Syria के मामले में हमेशा अपनी नीति का पालन किया है, जिसमें बाहरी हस्तक्षेप से बचते हुए Syria के आंतरिक मामलों में शांति स्थापित करने की बात की जाती है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारत सरकार का मानना है कि Syria का भविष्य सीरियाई लोग ही तय करेंगे और यह उनके अधिकारों और इच्छाओं के आधार पर होना चाहिए।
कूटनीतिक प्रयासों की आवश्यकता
भारत ने कहा कि Syria में स्थिरता लाने के लिए एक राजनैतिक और कूटनीतिक प्रक्रिया की आवश्यकता है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि Syria में संघर्ष केवल सैन्य समाधान से नहीं बल्कि एक समावेशी राजनीतिक समाधान से ही समाप्त किया जा सकता है। भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि वह इस संकट के समाधान के लिए समन्वय के साथ काम करें और संयुक्त राष्ट्र के संविधानिक और कूटनीतिक ढांचे का पालन करते हुए Syria में शांति बहाल करें। भारत ने यह भी दोहराया कि सी Syria रिया में किसी भी प्रकार के बाहरी सैन्य हस्तक्षेप से स्थिति और जटिल हो सकती है। इस दौरान, भारत ने सभी अंतरराष्ट्रीय साझेदारों से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि वे Syria की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करें।
भारतीय दूतावास की सुरक्षा
विदेश मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी कि Syria में भारतीय दूतावास लगातार भारतीय समुदाय के संपर्क में है और वहां रह रहे नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है। मंत्रालय ने कहा कि Syria में रह रहे भारतीय नागरिकों को किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति में दूतावास से सहायता प्राप्त होगी। भारत सरकार ने यह भी बताया कि भारतीय दूतावास Syria में अपनी स्थिति पर लगातार अपडेट प्रदान कर रहा है और वहां रह रहे नागरिकों को उचित मार्गदर्शन दिया जा रहा है ताकि वे सुरक्षित रहें और किसी भी प्रकार की कठिनाई से बच सकें। दूतावास ने Syria में भारतीय नागरिकों से नियमित रूप से संपर्क बनाए रखा है और उनके लिए हेल्पलाइन जारी की है।
Syria में संघर्ष की पृष्ठभूमि
Syria में संघर्ष 2011 से चल रहा है, जब सीरियाई सरकार और विभिन्न विद्रोही गुटों के बीच हिंसक झड़पें शुरू हुई थीं। इस युद्ध ने देश को बुरी तरह प्रभावित किया है और लाखों लोग बेघर हो गए हैं। सरकार द्वारा कब्जाए गए क्षेत्रों और विद्रोहियों द्वारा कब्जाए गए क्षेत्रों के बीच संघर्ष जारी है। इसके अलावा, आतंकवादी समूहों का प्रभाव भी Syria में बढ़ चुका है, जिससे स्थिति और भी जटिल हो गई है। Syria में यह युद्ध केवल सैन्य मोर्चे तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह राजनीतिक, आर्थिक और मानवीय संकट का भी कारण बन चुका है। Syria की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ है, जबकि लाखों लोग जीवन और संपत्ति से वंचित हो चुके हैं।
भारत का रुख और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए संदेश
भारत ने हमेशा अपने विदेश नीति के तहत शांति, सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा को प्राथमिकता दी है। Syria के मामले में भी भारत ने वही नीति अपनाई है, जिसमें संप्रभुता का सम्मान करने और बाहरी हस्तक्षेप से बचने की बात की गई है। भारत का मानना है कि Syria का भविष्य केवल वहां के नागरिकों को तय करने का अधिकार होना चाहिए और यह देश की आंतरिक प्रक्रियाओं और राजनीतिक प्रक्रिया के तहत ही संभव हो सकता है। साथ ही, भारत ने Syria के आंतरिक मामलों में बाहरी प्रभाव से बचने की सलाह दी है, ताकि देश की एकता और संप्रभुता बनी रहे।
भारत सरकार ने Syria में जारी संघर्ष पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सभी पक्षों से Syria की एकता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने की अपील की है। भारत ने कहा कि Syria में शांति स्थापित करने के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय साझेदारों को राजनैतिक समाधान की दिशा में काम करना चाहिए। इसके अलावा, भारतीय दूतावास ने वहां रह रहे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी भूमिका निभाने का भरोसा दिया है। भारत की यह अपील Syria में शांति की दिशा में एक सकारात्मक कदम हो सकती है, जो सीरियाई लोगों के अधिकारों और आकांक्षाओं के सम्मान के साथ एक स्थिर भविष्य की दिशा में सहायक साबित होगी।