इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 17 जनवरी 2021। ब्रिटेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जून में होने वाले G7 समिट में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। G7 में अमेरिका, फ्रांस, कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान और इटली शामिल हैं। सभी सदस्य देश बारी-बारी से सालाना समिट को होस्ट करते हैं। इस साल 11 से 13 जून के बीच ब्रिटेन के कॉर्नवॉल में होना है।
वहीं, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि वे समिट से पहले खुद भारत का दौरा करेंगे। फार्मेसी की बात करें, तो भारत दुनिया को 50% से ज्यादा वैक्सीन सप्लाई करता है और कोरोना के इस दौर में भारत और ब्रिटेन ने साथ मिलकर काम किया है।
ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया को भी न्योता
बयान में कहा गया कि भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया को गेस्ट कंट्री के रूप में समिट में शामिल होने का न्योता दिया गया है। इन 3 देशों के समिट में शामिल होने से दुनिया के लोकतांत्रिक और तकनीकी रूप से उन्नत राष्ट्रों के बीच सहयोग को तेज करने में मदद मिलेगी। समिट में कोरोनावायरस, जलवायु परिवर्तन और व्यापार संबंधी ग्लोबल इश्यू पर चर्चा हो सकती है।
हाल ही में भारत दौरा रद्द किया था जॉनसन ने
इससे पहले ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने अपना भारत दौरा रद्द कर दिया था। उन्हें गणतंत्र दिवस पर चीफ गेस्ट के तौर पर बुलाया गया था। जॉनसन ने ब्रिटेन में फैले नए कोरोना स्ट्रेन के चलते ये फैसला लिया था। उन्होंने कहा था कि इन हालातों में उनका ब्रिटेन में ही रहना ठीक रहेगा और वे जल्द ही भारत का दौरा जाएंगे।
G-8 से G-7
2014 तक G-7 को G-8 के तौर पर जाना जाता था। तब रूस ने क्रीमिया पर अटैक करके उसे अपने कब्जे में ले लिया था। अब भी वहां रूस का ही अधिकार है। तब के अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इसका सख्त विरोध किया और रूस को इस संगठन से बाहर का रास्ता दिखा दिया। ट्रम्प चाहते थे कि रूस को फिर संगठन में शामिल किया जाए, लेकिन बाकी देश इसे मानने तैयार नहीं थे।