इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 04 जनवरी 2025। भारत ने सौर ऊर्जा क्षेत्र में अपनी वैश्विक स्थिति को मजबूती से स्थापित किया है और अब वह सौर फोटोवोल्टिक (पीवी) के प्रमुख निर्यातक के रूप में उभर रहा है। पिछले कुछ महीनों में भारत का सौर पैनल निर्यात कई प्रमुख वैश्विक बाजारों में बढ़ा है, विशेष रूप से अमेरिका, जहां भारतीय उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ी है। वित्त वर्ष 2025 के पहले छह महीनों में, भारत ने सौर पैनल के रूप में $711.95 मिलियन मूल्य के पीवी सेल निर्यात किए, जिनमें से 96% शिपमेंट अमेरिका को गए, और इसके साथ-साथ $25 मिलियन मूल्य के असेंबल किए गए फोटोवोल्टिक सेल भी भेजे गए। यह वृद्धि चीन से दुनिया भर में आपूर्ति श्रृंखलाओं को हटाने की कोशिश के बीच हो रही है, खासकर जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करने के कारण।
भारत ने साल 2022 से 2023 के बीच सौर पीवी उत्पादों के निर्यात में 23 गुना वृद्धि देखी है और अब यह देश सौर ऊर्जा उत्पादों के निर्यात में एक प्रमुख खिलाड़ी बन चुका है। उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार भारत की उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना और सरकारी समर्थन के कारण सौर पैनल और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे उत्पादों के निर्यात में निरंतर वृद्धि हो रही है।
इस सफलता के बाद, भारत के सौर निर्माता भविष्य में यूरोप, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका जैसे अप्रयुक्त बाजारों की ओर भी अपनी निर्यात रणनीतियों को विस्तार दे सकते हैं। इस बढ़ते निर्यात ने भारतीय सौर उद्योग को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बना दिया है, जो अब तकनीकी उत्कृष्टता और उत्पादन क्षमता के मामले में चीन को चुनौती दे रहा है।