ममता की चोट पर गृह मंत्री अमित शाह का तंज
इंडिया रिपोर्टर लाइव
कोलकाता/गुवाहाटी 15 मार्च 2021।गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल और असम के दो दिन के दौरे पर हैं। सोमवार को पहले उन्होंने बंगाल से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की। रानीबंद में उन्होंने कहा कि आज मैं थोड़ा लेट हो गया क्योंकि मेरा हेलिकॉप्टर खराब हो गया था। लेकिन मैं यह नहीं कहूंगा कि इसमें किसी की साजिश थी।
उन्होंने कहा कि ममता दीदी आप जल्दी से स्वस्थ हों। आप पैर की चोट की वजह से बहुत आहत हुई हैं, लेकिन क्या आपको उन 130 कार्यकर्ताओं के परिवार के दर्द का एहसास हैं, जिन्हें राजनीति के लिए मौत के घाट उतार दिया गया। 2 मई को आपकी सारी शंकाएं दूर होने जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि दीदी के चोट की जांच अभी चल रही है, लेकिन उनका कहना है कि उनके खिलाफ साजिश की गई। चुनाव आयोग का कहना है कि यह हमला नहीं हादसा है। दीदी बंगाल की जनता सब जानती है। इससे पहले बंगाल के खड़गपुर में उनके हेलिकॉप्टर में तकनीकी खराबी आ गई। इस वजह से उन्होंने झारग्राम की रैली को वर्चुअली संबोधित किया।
शाह के भाषण की अहम बातें-
ममता सरकार में राजनीतिक हिंसा बढ़ी
बंगाल में हम आशा करते थे कि यहां से कम्युनिस्ट शासन जाने के साथ ही राजनीतिक हिंसा समाप्त हो जाएगी। मगर TMC की सरकार ने तो कम्युनिस्टों को भी अच्छा कहलवा दिया। राजनीतिक हिंसा और बढ़ गई। 130 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ता मार दिए गए
आदिवासियों से कटमनी मांग रही TMC
ममता दीदी ने आदिवासियों के अधिकार देने में भी कटमनी मांगी है। वनपत्र अधिकार देने में कटमनी देना पड़ता है। भाजपा सरकार बनने दीजिए, किसी आदिवासी भाई को सर्टिफिकेट लेने के लिए 100 रुपए नहीं देने पड़ेंगे।
तुष्टिकरण करने वाली सरकार नहीं चाहिए
जो सरकार तुष्टिकरण करती है, वो सरकार नहीं चाहिए। बंगाल में दुर्गा पूजा करनी है, तो कोर्ट में जाना पड़ता है। आदिवासियों के वन भूमि के अधिकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देना चाहते हैं, लेकिन TMC के गुंडे इसके लिए भी भ्रष्टाचार कर रहे हैं। मैं आपसे वादा करता हूं कि आप मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बना दीजिए, फॉरेस्ट राइट कानून का फायदा अफसर आपको घर आकर पहुंचाएंगे
बंगाल में भाजपा सरकार बनानी होगी
तृणमूल सरकार ने बंगाल का पतन किया है। अब समय आ गया है, सोनार बांग्ला बनाने का। अब समय आ गया है, आदिवासी बच्चों को घर पर ही नौकरियां दिलाने का। इसके लिए बंगाल में भाजपा सरकार बनानी होगी।
ममता सरकार आदिवासियों का भला नहीं चाहती
अटल जी ने ही अलग आदिवासी कल्याण मंत्रालय बनाया था। मोदी जी ने आने के बाद डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड की रचना करके एक बड़ा काम किया। मगर यहां डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड कटमनी की भेंट चढ़ जाता है। इस फंड के तहत यहां जो खनिज निकलता है, उसमें से एक हिस्सा आदिवासी भाइयों के विकास के लिए खर्च किया जाना है। देशभर में 35,000 करोड़ से ज्यादा रुपए खर्च किया गया। मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि क्या दोष है मेरे बंगाल के आदिवासियों का, उन तक ये पैसा क्यों नहीं पहुंचता है
आदिवासी स्मृति संग्रहालय बनाया जाएगा
भगवान बिरसा मुंडा और कई अन्य महापुरुषों ने देश के लिए जान दी है। क्या उनका कोई संग्रहालय बनाना चाहिए या नहीं? भाजपा ने तय किया है कि बंगाल में सरकार बनते ही झारग्राम में आदिवासी स्मृति संग्रहालय बनाया जाएगा।
केंद्र सरकार की योजनाओं में TMC बन रही रोड़ा
एक समय बंगाल आध्यात्म और स्वाधीनता संग्राम की अगुआई करता था। वंदेमातरम गान ने भारत को एकजुट करने का काम किया। अब बंगाल गुंडाराज में लिप्त है। मोदी सरकार की योजनाएं आप तक नहीं पहुंच रही हैं। इसमें सबसे बड़ा रोड़ा तृणमूल की सरकार है।
बंगाल की जनता से वादे किए
आप सभी यह संकल्प करिए कि जो सरकार हमारे बीच रोड़ा बनी है, उसे हम उखाड़ फेंकेंगे। अगर हम सत्ता में आए, तो झारग्राम में पंडित रघुनाथ मुर्मु ट्राइबल यूनिवर्सिटी बनाएंगे। आदिवासी समुदाय से आने वाले जो छात्रों 12वीं क्लास के एग्जाम में 70% से ज्यादा नंबर लाएंगे, तो उन्हें हायर एजुकेशन के लिए 50% की आर्थिक मदद दी जाएगी। स्टैंडअप योजना के तहत 100 करोड़ रुपए देकर हजारों आदिवासियों को आत्म निर्भर बनाने का काम हमारी सरकार करेगी।
ममता सरकार ने विकास को तहत-नहस किया
बंगाल में 10 साल से TMC की सरकार ने बंगाल को पाताल तक नीचे ले जाने का काम किया है। हर चीज में भ्रष्टाचार, टोलबाजी, राजनीतिक हिंसा, घुसपैठ ने पूरे बंगाल के विकास को तहत-नहस कर दिया है। मोदी सरकार ने 10 साल के दीदी के शासन में 115 से ज्यादा योजनाएं पहुंचाई, ये योजनाएं आप तक नहीं पहुंच रही हैं। ऐसी सरकार आपके किसी काम की नहीं है।
शाम को असम पहुंचेंगे शाह
शाह ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में भगवान बिरसा मुंडा सिद्धू-कान्हू सम्मान यात्रा झारग्राम से शुरू करेंगे। भाजपा प्रवक्ता ने बताया कि यात्रा का उद्देश्य बंगाल के लोगों तक महान स्वतंत्रता सेनानियों का संदेश पहुंचाना है। शाह शाम को असम रवान होना है। शाम 5.30 बजे टाउन हॉल में उनका कार्यक्रम है।
असम में 3 चरणों में वोटिंग
असम में 126 सदस्यीय विधानसभा सीट के लिए 27 मार्च से 6 अप्रैल के बीच तीन चरणों में मतदान होना है। पहले चरण का मतदान 27 मार्च (47 सीट), दूसरा एक अप्रैल (39 सीट) और तीसरे चरण के लिए 6 अप्रैल (40 सीट) को वोट डाले जाएंगे। वोटों की गिनती 2 मई को होगी।