इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 31 अगस्त 2022। माउंट एवरेस्ट फतह करने वाले अरुणाचल प्रदेश के पहले माउंटेनियर या पर्वतारोही तापी मरा कथित रूप से पिछले सात दिनों से लापता हैं. बताया जा रहा है कि वो चीन के साथ सीमा पर पूर्वी कामेंग जिले में बर्फ से ढके माउंट क्यारीसाटम का पता लगाने के लिए एक मिशन पर थे. उनके सहयोगी निकू दाओ भी लापता हैं, जो उनके साथ ही मिशन पर गए थे. अधिकारियों ने कहा कि घने जंगलों से होते हुए खयारव साटम के बेस कैंप तक पहुंचने में लगभग 6-7 दिन लगते हैं. अधिकारियों ने बताया कि उनकी खोज के लिए दो हेलिकॉप्टर बुलाई गई और बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया लेकिन उनकी तलाश नहीं हो सकी.
मंगलवार को राज्य के स्पॉर्ट्स एंड यूथ अफेयर्स मंत्री मामा नाटुंग ने बताया कि “ख़राब मौसम की वजह से सर्च ऑपरेशन रोक दिया गया है और एडमिनिस्ट्रेशन को पैदल ही सर्च ऑपरेशन जारी रखने को कहा गया है.” माउंटेनियरिंग और पैराग्लिडिंग एसोसिएशन ने भी राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडू से मदद की अपील की है. एसोसिएशन के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता विजय सोनम ने बताया कि एवरेस्टर पिछले सात दिनों से बेस कैंप पर नहीं लौटे. उन्होंने सीएम पेमा खांडू से एनडीआरएफ की टीम भेजकर तलाशी अभियान चलाने का अनुरोध किया.
37 वर्षीय तापी मरा ने साल 21 मई 2009 को माउंट एवरेस्ट फतह किया था. वो ऐसा करने वाले अरुणाचल प्रदेश के पहले शख़्स हैं. इस बार वो रुणाचल प्रदेश में मौजूद सबसे ऊंची चोटी माउंट क्यारीसाटम, जिसकी ऊचाई लगभग 7,047 मीटर है- पर गए थे. राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने ट्वीट कर उनके सुरक्षित होने की उम्मीद जताई और बताया कि राज्य का स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट उनकी तलाश में लगा है.
तलाशी के लिए बनाई गई टीम
इस बीच स्टेट डिजाज्सटर मैनेजमेंट के अध्यक्ष ने कहा कि बैस कैंप से तापी मरा के बारे में जानकारी लेने के लिए एक टीम को अंतिम गांव लंगचू भेजा गया है. उन्होंने बताया, इनके अलावा तीन माउंटेनियर और 15 पोटर की एक टीम भी बनाई गई है. उन्होंने बताया कि सभी व्यवस्था कर ली गई है और टीम अंतिम गांव के लिए 31 अगस्त को रवाना होगी, जहां बेस कैंप पहुंचने में छह दिनों का समय लगेगा.