रायपुर। राजधानी के नंदन स्टील कंपनी के कर्मचारी से 26 लाख की धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. घटना का मास्टरमाइंड कोई औऱ नहीं बल्कि कैशियर ही निकला. मास्टरमाइंड कैशियर पार्षद का चुनाव लड़ने वाला था और कुछ दिन पहले ही कारोबारी के घर में इनकम टैक्स की रेड पड़ी थी. यही वजह है कि उसने इतने पैसों का हेराफेरी करने के लिए लूट की प्लानिंग बनाकर घटना को अंजाम दिया. घटना का मास्टरमाइंड कैशियर आनंद कुमार सिंह, अंकित मिश्रा और चंद्रशेखर तल्लोली को गिरफ्तार किया गया है. ठगी की रूपयों में से 8 लाख रूपए, 4 नग मोबाइल फोन जब्त किया गया है. अन्य 2 आरोपियों की तलाश की जा रही है.
एसएसपी आरिफ शेख ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि अंतर्राज्यीय आरोपियों ने थाना डीडी नगर के सदर नगर क्षेत्रांतर्गत नकली काइम ब्रांच अधिकारी बनकर 15 नवंबर को नंदन स्टील के कर्मचारी धीरेन्द्र मिश्रा से 26 लाख 50 हजार रूपये ठग कर फरार हो गए थे. कर्मचारी आनंद सिंह ठाकर ने अपने मित्र अंकित मिश्रा के साथ मिलकर घटना की पूरी योजना बनायी थी. घटना से 15 दिनों पहले तक आरोपियों ने रेकी की थी. आरोपियों ने घटने को नए तरीके से अंजाम दिया था. पहले वाहन में सेम मॉडल के दूसरी वाहन के नंबर का उपयोग किया था. दो बार तक नंबर बदला गया था. जिससे पुलिस को गुमराह किया जा सके.
घटना की जांच के लिए अलग-अलग 6 टीमें बनाई गई थी. जो सभी जगहों पर कई एंगलों से जांच कर रहे थे. आरोपियों के खिलाफ थाना डीडी.नगर में अपराध क्रमांक 416/19 धारा 419, 420, 34 भादवि के तहत अपराध दर्ज किया गया था.
एसएसपी ने बताया कि टीम ने आरोपियों को गुजरात और इलाहाबाद से पकड़ा हैं. कुल 3 आरोपी इस में पकड़े गए हैं. दो अभी भी फरार हैं. आठ लाख रुपये बरामद हुआ है. जांच अभी भी जारी है. बाकी आरोपियों को भी पकड़ लेंगे. घटना का मास्टरमाइंड आनंद कुमार सिंह है, जो कारोबारी के यहां कैशियर के पद पर कार्यरत था. कारोबारी के पास कुछ दिन पहले इनकम टैक्स की रेड पड़ी थी. कारोबारी के पास काफी पैसा था, उसे देखकर उसका मन विचलित हो गया और फिर इस तरह की योजना बनाई. उन्होंने सोंचा कि पैसा उठा लेंगे और कारोबारी किसी से शिकायत भी नहीं करेगा.
शिकायत के बाद पुलिस ने तत्काल एक्शन लिया और जांच शुरु कर दी. मास्टरमाइंड आनंद कुमार किसी राजनीतिक दल से पार्षद चुनाव लड़ने की भी तैयारी कर रहा था. आरोपियों ने करीब 15 दिन तक रेकी की थी उसके बाद जाकर घटना को अंजाम दिया गया था. आनंद मूलतः बलिया जिले का रहने वाला है. अंकित इलाहाबाद और चंद्रशेखर गुजरात का रहने वाला है. दो अन्य आरोपी हरीश और हेमंत जाधव फरार है. जिनकी तलाश की जा रही है.