भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में बड़ी संख्या में मरीज मिल रहे हैं
इंडिया रिपोर्टर लाइव
भोपाल 12 अप्रैल 2021। एमपी में रविवार को कोरोना के सारे रेकॉर्ड टूट गए हैं। पहली बार पूरे प्रदेश में 5939 मरीज मिले हैं। इसके साथ ही प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट भी 15 फीसदी पहुंच गई है। मरीजों की संख्या देखें तो बीते 10 दिनों के अंदर दोगुनी हो गई है। इसके साथ ही लगातार संक्रमित मरीजों की डेथ भी हो रही है, लेकिन सरकार आंकड़ें छिपा रही है। श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार के लिए शवों को इंतजार करना पड़ रहा है।
रविवार को शाम छह बजे तक इंदौर में 919, भोपाल में 793, जबलपुर में 402, ग्वालियर में 458, उज्जैन में 218, रतलाम में 146, कटनी में 126, झाबुआ में 127 और उमरिया में 121 मरीज मिले हैं। झाबुआ और उमरिया छोटे जिलों में शामिल है, लेकिन यहां मिल रहे मरीजों की संख्या ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इन जिलों में संक्रमण के आंकड़े काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। भोपाल, इंदौर और जबलपुर में जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन की किल्लत भी बढ़ रही है लेकिन सरकार दावा कर रही है कि कहीं कोई दिक्कत नहीं है। प्रदेश में सबसे ज्यादा दिक्कत कोरोना मरीजों को लगने वाली रेमडेसिवीर इंजेक्शन की है। किल्लत के बाद अब शासकीय स्तर पर खरीद की गई है। पहली खेप इंदौर और भोपाल में पहुंच गई है।
कोरोना कर्फ्यू लागू
सरकार ने साफ कर दिया है कि जिन जगहों को लॉक किया गया है, वह लॉकडाउन नहीं है। उन जगहों पर कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है। संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए ऐसी व्यवस्था की गई है। लॉकडाउन लागू नहीं किया जाएगा। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में कोरोना कर्फ्यू लागू है। इस दौरान पुलिस-प्रशासन की तरफ से सख्ती भी बरती जा रही है। बेवजह घरों से निकलने वाले लोगों पर कार्रवाई की जा रही है।
इसके साथ ही सरकार ने अस्पतालों में बेड बढ़ाने के फैसले लिए हैं। अब एक लाख के करीब बेड बढ़ाए जाएंगे। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की निगरानी की जाएगी। साथ ही सरकार ने सभी मंत्रियों को क्षेत्र में जाकर हालात को देखने को कहा है। वहां से लौटकर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौपेंगे। सरकार लोगों से लगातार अपील कर रही है। घरों से बाहर निकलने से पहले मास्क जरूर पहनें। सीएम शिवराज ने कहा है कि हम बिना जनसहयोग के कोरोना पर विजयी नहीं पा सकते हैं। सरकार अपनी तरफ से इससे निपटने के लिए हर मोर्च पर तैयारी कर रही है।
श्मशानों में लग रही है लंबी लाइनें
सरकारी आंकड़ों के अनुसार भोपाल में रविवार को एक मरीज की मौत हुई है। वहीं, हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार सुभाष नगर विश्राम घाट पर दो घंटे के अंदर 12 लोगों के शव पहुंचे थे। लोगों को कहना है कि भोपाल गैस त्रासदी के दौरान भी हमलोगों ने ऐसे मंजर नहीं देखे थे। पूछताछ में पता चला कि 12 में से चार लोगों की मौत कोविड की वजह से हुई है। इसी तरह के हालात राज्य के दूसरे जिलों में भी हैं।