इंडिया रिपोर्टर लाइव
लख्रनऊ 05 जुलाई 2021। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जुलाई में प्रस्तावित वाराणसी दौरे से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौर पर आज काशी पहुंचेंगे। सीएम योगी इस दौरे पर पीएम के संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यक्रमों की समीक्षा करेंगे साथ ही परियोजनाओं का निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री आज देर शाम यहां आने के बाद सर्किट हाउस में अधिकारियों संग बातचीत करेंगे।
सोमवार की देर रात और मंगलवार की सुबह वे विकास कार्यों का निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री के वाराणसी दौरे पर आने से पहले ही जिले के नोडल अधिकारी और अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी वाराणसी पहुंच गए हैं। पिछले कुछ बैठकों में जिस तरह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही है, उससे अधिकारियों की धुकधुकी बढ़ी है।
बीते महीने दौरे पर आए मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक से अनुपस्थित रहने वाले पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी सरोज कुमार के तत्काल निलंबन और नगर निगम के अधिकारियों को साफ-सफाई में लापरवाही पर कड़ी फटकार लगाई थी। रविवार को दिन भर जिला प्रशासन के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी समीक्षा बैठक से जुड़े बिंदुओं के साथ ही मुख्यमंत्री के निरीक्षण करने वाले स्थानों पर भी तैयारियों में लगे रहे।
कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमते ही वाराणसी में पूरी हो चुकी परियोजनाओं के लोकार्पण की तैयारी शुरू हो गई है। 20 जून तक पूरी हो चुकी 39 परियोजनाओं की विस्तृत रिपोर्ट प्रशासन ने शासन को भेजी थी। उम्मीद जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जुलाई के दूसरे या तीसरे सप्ताह में वाराणसी का दौरा कर इन परियोजनाओं का शिलान्यास कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री तैयारियों का जायजा लेने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से पीएम के आगमन की तिथि पर चर्चा करेंगे।
19 जुलाई से संसद का सत्र शुरू होने से उम्मीद जताई जा रही है कि पीएम मोदी इससे पहले ही अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी आ सकते हैं। अधिकारियों की मानें तो पीएम के दौरे से पहले मुख्यमंत्री तैयारियों को परखेंगे। दरअसल, जून 2021 तक 50 से ज्यादा परियोजनाएं पूरी हो गई हैं और लोकार्पण का इंतजार कर रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 25 जुलाई को मिर्जापुर जिले के विंध्य कॉरिडोर का शिलान्यास कर सकते हैं। इसके साथ ही परिक्रमा पथ के लिए निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। संपत्तियों की खरीद व आपसी सहमति से परिपथ की जद में आने वाले निर्माणों का ध्वस्तीकरण हो चुका है। मलबा हटाने का काम भी हो गया है। अब निर्माण कार्य शुरू कराने के लिए प्रशासन तैयारियों में जुट गया है।