इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 18 जुलाई 2021। सुल्तानपुरी में रहने वाली कमला (31) (बदला नाम) पति और घरवालों से नाराज होकर अपनी 11 और 5 वर्ष की दो बच्चियों के साथ 5 अक्तूबर 2015 को घर छोड़कर चली गई। लोकल पुलिस उनकी तलाश नहीं कर पाई तो हाईकोर्ट के आदेश पर 2018 में मामला क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर हो गया।
अपराध शाखा ने महिला को अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर से ढूंढ निकाला। महिला ने अपना धर्म बदल लिया है और अपनी बच्चियों के साथ गुरुद्वारे में सेवा में जुटी थी। उसने पति व परिजनों के साथ जाने से इनकार कर दिया है। महिला की कुशलता जानकर उसके परिजन खुश हैं और उसे मनाकर घर ले जाने के प्रयास में जुटे हैं। अपराध शाखा की पुलिस उपायुक्त मोनिका भारद्वाज ने बताया कि आसपास काफी तलाश के बाद भी महिला और बच्चियों का पता नहीं चला तो शिकायत पुलिस से की गई। लोकल पुलिस महिला की तलाश में असफल रही तो परिजनों ने तीनों की तलाश कराने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
हाईकोर्ट ने वर्ष 2018 में मामला दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को ट्रांसफर कर दिया। एसीपी एसके गुलिया व इंस्पेक्टर महेश पांडेय की टीम को जांच में पता चला कि कमला की पति से अनबन थी। उससे पूछताछ की गई। शक होने पर पुलिस ने उसका पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। परिजनों ने टीवी-रेडियो पर भी उनकी गुमशुदगी की सूचना दी। महिला व बच्चियों का सुराग देने वालों को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा भी की गई।
पांच राज्यों में 100 से अधिक धार्मिक स्थलों में की तलाश
कमला के परिजनों ने पुलिस को बताया कि उसका झुकाव सिख धर्म की ओर था। वह गुरुद्वारे में सेवा करना चाहती थी। पुलिस की टीम दिल्ली, हरियाणा, यूपी, राजस्थान व पंजाब के 100 से अधिक गुरुद्वारों में पहुंची। आखिर पता चला कि महिला अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर में रहकर सेवा कर रही है। जानकारी पुख्ता करने के बाद शुक्रवार को एक टीम को कमला के पति व देवर के साथ अमृतसर भेजा गया। दोनों ने महिला व बच्चियों को पहचान लिया। महिला ने पति के साथ आने से इनकार कर दिया।
शराब पीकर पीटता था पति परिजन भी नहीं देते थे साथ
जांच में पुलिस को पता चला है कि शादी के बाद से ही पति शराब पीकर उसे पीटता था। यहां तक कि छोटे-मोटे खर्चों के लिए भी पैसे नहीं देता था। कमला के मायके वाले भी पति का ही साथ देते थे। कमला ने क्राइम अगेंस्ट वूमेन सेल (सीएडब्ल्यूसी) में पति की शिकायत की थी।