इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 28 अगस्त 2021। मशहूर रैपर और गायक हनी सिंह की पत्नी शालिनी तलवार ने उनपर गंभीर आरोप लगाए हैं। शालिनी ने उनके खिलाफ घरेलू हिंसा का केस दर्ज कराया है। इसी सिलसिले में उन्हें आज तीस हजारी कोर्ट के सामने पेश होना था। मगर दूसरी बार वे कोर्ट में पेश नहीं हुए इसपर कोर्ट ने उन्हें कड़ी फटकार लगाई है। मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट तान्या सिंह ने कहा, ‘कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। मैं यह देखकर हैरान हूं कि इस मामले को इतने हल्के में कैसे लिया जा रहा है।’ सिंह ने चिकित्सा कारणों का हवाला देते हुए मामले में पेशी से छूट की मांग करते हुए एक आवेदन दिया। वहीं उनकी पत्नी कोर्ट में पेश हुईं।
नाराजगी जताते हुए अदालत ने सिंह के वकील से कहा, ‘हनी सिंह कोर्ट में पेश नहीं हुए। आपने उनकी आय का हलफनामा दाखिल नहीं किया है और दलीलों के साथ भी तैयार नहीं हैं।’ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने सिंह को अदालत में पेश होने का एक आखिरी मौका दिया। साथ ही उनसे इस आचरण को दोबारा ना दोहराने के लिए कहा। शालिनी तलवार ने अपने गायक-अभिनेता पति के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया है। उन्होंने घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम के तहत उनसे मुआवजे के तौर पर 20 करोड़ रुपये मांगे हैं।
सिंह की ओर से पेश हुए अधिवक्ता ईशान मुखर्जी ने शालिनी की शिकायत का जवाब दाखिल किया। उन्होंने अदालत को अवगत कराया कि वह पहले ही ज्वेलरी सहित सभी कीमती सामान अपने साथ ले जा चुकी हैं और 15 दिनों तक नोएडा में स्थित अपने ससुराल में रहने के लिए आ सकती हैं। मुखर्जी ने कहा, ‘हम उन्हें रखने के लिए तैयार हैं। हम एक दीवार बनाएंगे जो 15 दिनों में बन जाएगी।’ उन्होंने कहा कि सिंह के पास दो प्रॉपर्टी हैं जिनकी कीमत चार करोड़ है। इसमें से एक प्रॉपर्टी शालिनी तलवार की है। बता दें कि 23 जनवरी, 2011 को हृदेश सिंह उर्फ यो यो हनी सिंह ने शालिनी तलवार के साथ शादी की थी।
अपनी याचिका में तलवार ने बताया है कि पिछले 10 वर्षों में सिंह ने किस तरह से उनका शारीरिक शोषण किया। उन्होंने आरोप लगाया है कि हनी सिंह ने उन्हें धोखा दिया है। 38 साल की शालिनी ने दावा किया है कि उन्हें अपने पति और उनके परिवार के हाथों शारीरिक, मौखिक, मानसिक और भावनात्मक शोषण से गुजरना पड़ा है। तलवार ने आरोप लगाया है कि सिंह और उनके परिवार ने उसे इस हद तक मानसिक और भावनात्मक रूप से तोड़ दिया कि वह खुद को कठपुतली मानने लगीं थीं।