
इंडिया रिपोर्टर लाइव
पटना 02 दिसम्बर 2021 । बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का आज यानी गुरुवार को चौथा दिन है। सत्र शुरू होने से पहले ही धरना-प्रदर्शन शुरू हो गया। माले ने परिसर में मंडी व्यवस्था फिर से लागू करने और मनरेगा को कृषि कार्य से जोड़ने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया तो कांग्रेस के विधायकों ने परिसर के बाहर धान क्रय में MSP तय करने को लेकर प्रदर्शन किया।
वहीं, विधानसभा में कार्यवाही शुरू होते ही श्रम मंत्री जीवेश मिश्रा अफसरशाही पर भड़क गए। उनके समर्थन में विपक्ष के सदस्य भी आ गए। हंगामा होते थे विधानसभा की कार्यवाही को 10 मिनट के लिए रोकना पड़ा। 20 मिनट बाद दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तो सदस्यों ने मंत्री को न्याय दो के नारे लगाए। वहीं, विधान परिषद् में मुजफ्फरपुर आंखकांड पर विपक्ष भड़क गया। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बाहर प्रदर्शन करने के अलावा सदन के अंदर भी जमकर सरकार को घेरा। इस मसले पर कांग्रेस ने भी साथ दिया और दोनों दलों ने कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया। जिसे सभापति ने नामंजूर कर दिया।
विधानसभा में लंच के दौरान कार्यवाही स्थगित किए जाने के बाद जातीय जनगणना मुद्दे पर CM से विपक्ष के सभी नेता मिले। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि- ” आज मुख्यमंत्री जी से मिलकर जातीय जनगणना से जुड़ी बातों का जिक्र किया और उन्हें ज्ञापन दिया है। CM नीतीश कुमार ने 3-4 दिन में उन्होंने सर्वदलीय बैठक का भरोसा दिया है।”
मंत्री मिश्रा गाड़ी रोकने के मसले पर भड़के थे। दरअसल, वे विधानसभा पहुंचे थे लेकिन उसी समय CM का काफिला गुजर रहा था। उनके पीछे DM और SP की गाड़ी जा रही थी। इसलिए उनकी गाड़ी रोक दी गई। इसके बाद गुस्साए मंत्री जिवेश मिश्रा गाड़ी से उतरकर गाड़ी रोकने वाले पुलिस अधिकारी को संस्पेंड करने की मांग करने लगे। उन्होंने सदन में कहा, ‘DM बड़ा SP बड़ा या मंत्री बड़ा बताया जाए अध्यक्ष जी।” उनकी बातों पर सदन में जोरदार हंगामा हुआ। मामले में विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने DGP एसके सिंघल और अपर मुख्य सचिव गृह विभाग चैतन्य प्रसाद को 5:00 बजे तलब किया है। साथ में पटना के डीएम और एसएसपी भी मौजूद रहेंगे। पूरे घटनाक्रम पर बिहार विधानसभा के अध्यक्ष चारों अधिकारियों से घटना की मूल वजह की जानकारी लेंगे और निर्देश पारित करेंगे।