इंडिया रिपोर्टर लाइव
मुंबई 22 अगस्त 2022। बॉलीवुड के जाने माने निर्माता और निर्देशक प्रकाश झा ने हिंदी सिनेमा को राजनीतिक, सामाजिक मुद्दों से जुड़ी सुपरहिट फिल्में दी हैं. अपनी उम्दा और वास्तविक कहानियों से लोगों को बड़े पर्दे पर समाज का आईना दिखाने वाले प्रकाश झा अब एक्टिंग के फुल स्विंग में नजर आने वाले हैं. बॉलीवुड के निर्माता प्रकाश झा नई फिल्म लेकर आए हैं, जिसका टाइटल है- मट्टो की साइकिल. इस फिल्म में प्रकाश झा एक ऐसे मजदूर का किरदार निभा रहे हैं, जिसके लिए साइकल ही उसकी दुनिया है. फिल्म का ट्रेलर आज रिलीज कर दिया गया है, जो देखने में काफी अच्छा है.
फिल्म का ट्रेलर बहुत ही दमदार है और प्रकाश झा की एक्टिंग आपको इमोशनल भी कर सकती है. ‘मट्टो की साइकिल’ एक उम्मीद की कहानी है. मट्टो एक दिहाड़ी मजदूर है जो अपने चार सदस्यों के परिवार के लिए पैसे कमाने के लिए साइकिल से शहर जाता है. फिल्म में बताया जाता है कि कैसे वह और उसका परिवार जीवन के साधारण सुखों पर बातचीत करते हैं. क्या उनका जीवन बदल जाएगा, क्या आखिरकार मट्टो एक नई साइकिल खरीदने के अपने सपने को साकार कर पाएगा?
यहां देखिए मट्टो की साइकिल का ट्रेलर
प्रकाश झा ने तुरंत इस फिल्म के लिए भर दी थी हामी
मट्टो की साइकिल में मजदूर का रोल करने के लिए जब प्रकाश झा के पास आया, तब उन्होंने बिना देरी के इसके लिए तुरंत हामी भर दी थी. फिल्म के बारे में प्रकाश झा कहते है, “फिल्म की कहानी मेरे दिल को छू गई. ये ऐसे लाचार रोजगारों की कहानी है जो बड़े बड़े हाईवे, रोड और ब्रिज तो बनाते हैं लेकिन खुद की जिंदगी ऐसी पथरीली रास्तों के बीच फंस के रह जाती है, जिसकी कोई मंजिल नही, जहां कोई रोशनी नहीं, सिर्फ दर्द की अंधेरी रात बच जाती है. ये फिल्म मुझे मेरे 1980 की यादों में लेकर चली गयी जब मैंने अपने करियर की शुरुआत डॉक्यूमेंट्री फिल्म्स और ‘दामुल’ से की थी जो मजदूरों के हालात पर बनाई गई थी.”
अपनी बात को आगे जारी रखते हुए प्रकाश झा कहते हैं, “जब फिल्म के डायरेक्टर गनी मेरे पास ये स्क्रिप्ट लेकर आए और उन्होंने मुझे मट्टो का अहम किरदार निभाने के लिए कहा और जब मैंने फिल्म की कहानी सुनी, तो न सिर्फ एक्टिंग के लिए हां कहा बल्कि प्रोडक्शन की सहायता के लिए भी हाथ बढ़ाया.”
वहीं, फिल्म के निर्देशक एम गनी कहते हैं, “ये एक रोज़मर्रा के मेहनताने पर गुजर बसर करने वाले मजदूरों और उनके परिवार की कहानी है, जहां उनकी साइकिल उन्हें सबसे ज्यादा प्यारी है. ये फ़िल्म भले समकालीन विषय पर है, पर इसकी परिस्थिति, घटनाएं और लोग मेरे जीवन से लिए गए हैं. फ़िल्म की शूटिंग मथुरा में की गई है.”