इंडिया रिपोर्टर लाइव
जम्मू-कश्मीर 11 जून 2024। जम्मू-कश्मीर के रियासी में हुए वैष्णो देवी यात्रियों की बस पर हुएआतंकी हमले को लेकर बड़े खुलासे हुए हैं। जांच एजेंसियों के मुताबिक तीन महीने पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के खाइगल गांव में हमले की साजिश रची गई थी। 300 से 400 जेहादी सोपोर में मारे गए 2 आतंकियों अब्दुल वहाब और सनम जफर को लेकर इकट्ठा हुए थे। इस जलसे में जल्द हिन्दुस्तान के खिलाफ बड़ी वारदात को अंजाम देने का आह्वान किया गया था। रियासी आतंकी हमले की साजिश तीन पहले पाकिस्तान PoK के एक गांव में रची गई थी। यह हमला 9 जून को हुआ था। शिवखोड़ी से कटरा जा रही बस पर आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी। इस हमले में 10 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई जबकि 33 अन्य घायल हो गए। कश्मीर में मारे गए आतंकी अब्दुल वहाब के वारिसी खत पढ़कर युवाओं को भारत के खिलाफ जिहाद के लिए आह्वान किया गया था। ISI के इशारे पर यह सभा बुलाई गई थी।
कार्यक्रम में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के अलावा जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) से जुड़े चेहरे भी मौजूद थे। सैकड़ों की संख्या में आए लोगों को जिहाद के लिए खड़े होने का आह्वान किया गया। आतंकवादी हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा का हाथ बताया जा रहा है। NIA इस हमले की जांच कर कर रही है।कई लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है। पाकिस्तान पर FATF की तलवार हट गई है और IMF चीन की मदद से आर्थिक संकट भी कम हुआ है। अब आने वाले माहीनो में पाकिस्तान फिर से कश्मीर को डिस्टर्ब करने के लिए अपना पुराना जिहादी इंफ्रास्ट्रक्चर शुरू कर रहा है।