इंडिया रिपोर्टर लाइव
इंफाल 11 जून 2024। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने मंगलवार को एक बार फिर मणिपुर हिंसा को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से उम्मीद नहीं की जाती कि वह हिंसा प्रभावित मणिपुर में मौजूदा हालात पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के शब्दों पर ध्यान देंगे। वह फिलहाल पूर्वोत्तर राज्यों को नजरअंदाज ही करेंगे। इसके अलावा, कानून प्रवर्तन एजेंसियों का दुरुपयोग करेंगे और भारतीय संविधान को तोड़ने-मरोड़कर पेश करने की कोशिश करेंगे।
एक साल से अधिक समय से हिंसा जारी
बता दें, एक साल से अधिक समय बीतने के बाद भी राज्य में हालात गंभीर बने रहने पर आरएसएस प्रमुख ने सोमवार को चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि संकट से घिरे राज्य की हालत पर प्राथमिकता के साथ विचार किया जाना चाहिए।
मैं पीएम से उम्मीद नहीं करता
गोगोई ने कहा, ‘मैं पीएम मोदी से यह उम्मीद नहीं करता कि वह आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के शब्दों पर कोई ध्यान देंगे। प्रधानमंत्री मोदी को नजरअंदाज करेंगे। कानून लागू करने वाली एजेंसियों का दुरुपयोग करेंगे और भारतीय संविधान को तोड़ने-मरोड़ने की कोशिश करेंगे।’
उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, ‘शुक्र है कि लोगों ने इंडिया गठबंधन को अपनी ओर से बोलने और भारतीय संसद और संविधान की रक्षा के लिए चुना है।’
यहां से जीते गोगोई
गौरतलब है, कांग्रेस के युवा सांसद ने भाजपा के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 1.44 लाख से अधिक मतों के अंतर से हराकर असम के जोरहाट निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए जीत हासिल की। गोगोई ने अगस्त 2023 में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में एक भाषण दिया था। इस दौरान उन्होंने मणिपुर पर मोदी के मौन व्रत पर सवाल उठाया था और पूछा था कि अबतक राज्य का दौरा क्यों नहीं किया।