
इंडिया रिपोर्टर लाइव
रायपुर । कोरोना वायरस के संक्रमण के साइकिल तोड़ने को लेकर केंद्र और राज्य सरकार ने जो नियम और कानून बनाए हैं उन्हें तोड़ने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती से पेश आ रही है. कई जगहों पर आम नागरिकों को पुलिस द्वारा लाठी से पीटा जा रहा है, तो कई जगह पुलिस को.
इसी के मद्देनजर डीजीपी डीएम अवस्थी ने कहा कि लॉक डाउन का कुछ जिलों के कस्बों में सख्ती से पालन नहीं कराया जा रहा है। इसके लिए राजपत्रित अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी फिक्स पिकेट एवं पेट्रोलिंग आदि में इस प्रकार लगाएं कि इस लॉक डाऊन का सख्ती से पालन कराया जा सके।
आम नागरिकों के साथ मारपीट, दुर्व्यवहार जैसी घटनाएं नहीं
साथ ही डीजीपी ने सभी आईजी और एसपी को लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि लॉक डाउन का पालन कराते समय पुलिस अपना मानवीय चेहरा बनाए रखे। आम नागरिकों के साथ मारपीट, दुर्व्यवहार जैसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। सभी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार माना जाएगा। वे अपने क्षेत्र में लगातार भ्रमण कर पुलिस बल का मनोबल बनाए रखें एवं लॉक डाऊन का दृढता से पालन कराएं।
उन्होंने निर्देश दिए हैं कि आवश्यक वस्तुएं जैसे दूध, पानी, बिजली, मेडिकल स्टोर्स, राशन दुकान, सब्जी एवं फल दुकान आदि आवश्यक सेवाओं की सुविधा नागरिकों को मिलती रहे। इसके साथ ही कुछ लोग आवश्यक वस्तुओं की प्राप्ति एवं आपूर्ति की आड़ में अनावश्यक रूप से इधर-उधर घूम रहे हैं। इसके अलावा बहुत से स्वयंसेवी संगठन/वालेंटियर्स आदि समूह में घूम रहे हैं, जो कि ठीक नहीं है। यह भी ध्यान रखा जाये कि लोग इन आवश्यकताओं की पूर्ति अपने निकटम दुकानों से ही करें, पूरे शहर में घूमते हुए न पाये जाएं। मालूम हो कि बीते दिनों बिलासपुर शहर में टीआई और प्रशिक्षु डीएसपी ने एक पेट्रोल पंप में कर्मचारी से बेरहमी से पिटाई कर दी थी। इसे गंभीरता से लेते हुए टीआई को लाइन अटैच कर दिया है। ऐसी घटना दोबारा न हो, इसलिए डीजीपी ने कड़ा रुख अख्तियार किया है।