इंडिया रिपोर्टर लाइव
अनूपपुर 13 मार्च 2023। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के अमरकंटक में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति यूनिवर्सिटी के गार्ड्स और केरल के कुछ छात्रों के बीच हुई हाथापाई का मामला गर्मा गया है। केरल के मुख्यमंत्री, राहुल गांधी, शशि थरूर और पांच सांसद छात्रों के बचाव में सामने आए हैं, और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। हालांकि यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने जांच कमेटी बनाई है। मामला बढ़ने के बाद तीन सुरक्षाकर्मी रामेश्वर माझी, वीरेंद्र सिंह और छबिलाल मेहरा पर मामला दर्ज किया गया है। बता दें पूरा मामला अनूपपुर में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय का है। 10 मार्च को यूनिवर्सिटी के गार्ड्स और कुछ छात्रों के बीच मारपीट हो गई थी। इसमें चार छात्र और एक गार्ड घायल हुआ था। घायल छात्रों के नाम नसील, अभिषेक, अदनान, आदिल हैं। ये सभी इसी यूनिवर्सिटी के छात्र हैं और केरल के रहने वाले है। नसील एमएसडब्ल्यू, आदिल बीए, अभिषेक एमए और अदनान एमएससी जूलॉजी का छात्र है। जिन्हें शहडोल के मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
विवाद के पीछे दो तरह की बातें सामने आई थीं। एक बात घटना में घायल गार्ड ने बताई, दूसरी जो छात्र कह रहे है। रामेश्वर नाम के गार्ड का कहना है कि चारों छात्र यूनिवर्सिटी में पानी सप्लाई करने वाली टंकी पर चढ़ गए थे। जब इन्हें उतारकर पूछताछ की तो वे भागने की कोशिश करने लगे। आईकार्ड या कोई भी पहचान नहीं बता रहे थे। पानी में कुछ मिलाने की आशंका में जब पकड़ा तो छात्रों ने मारपीट शुरू कर दी। रामेश्वर ने कुछ और गार्ड को वहां बुला लिया। छात्र यही कह रहे थे वे फोटो खींचने गए थे। विवाद में दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। मारपीट के बाद सुरक्षाकर्मियों ने अमरकंटक थाने में छात्रों के खिलाफ शिकायत की है। वहीं छात्रों के मुताबिक हम मुख्य गेट के पास बनी पानी की टंकी पर तस्वीरें लेने गए थे। हम उतर रहे थे। सुरक्षाकर्मियों ने टैंक से उतरते समय हमारी तस्वीरें ली। टैंक पर जाने पर रोक है, इसकी हमें जानकारी नहीं थी। सुरक्षाकर्मियों से बात कर ही रहे थे उन्होंने मारपीट शुरू कर दी।
राहुल ने बताया शर्मनाक
राहुल गांधी ने फेसबुक पर लिखा है कि मध्य प्रदेश के अमरकंटक में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में कथित रूप से विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मियों द्वारा केरल के चार छात्रों पर हुए क्रूर हमले के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं। यह शर्मनाक और पूरी तरह अस्वीकार्य है। मैं विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ एकजुटता से खड़ा हूं और गंभीर चोटों के साथ अस्पताल में भर्ती पीड़ितों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। दोषियों को न्याय दिलाने के लिए इस घटना की त्वरित और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
केरल के सीएम ने की निंदा
मामले में केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि केरल के छात्रों पर हमला भयावह है और हमारे देश में व्यक्तियों की पहचान के आधार पर उनके प्रति बढ़ती शत्रुता का विरोध करने की जरूरत है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय को दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए और परिसर में सभी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
शशि थरूर ने लगाया मिलीभगत का आरोप
सांसद शशि थरूर ने भी मामले में विरोध जताया है। ट्वीट में लिखा कि अपने स्वयं के विश्वविद्यालय परिसर के भीतर एक अनजाने और मामूली अपराध के लिए छात्रों के खिलाफ इस तरह की क्रूरता के बारे में जानकर स्तब्ध हूं। मैं जनजातीय विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ एकजुटता पर खड़ा हूं और उन लोगों से पूरी जवाबदेही की मांग करता हूं जिन्होंने प्रशासन की मिलीभगत से ऐसा राक्षसी व्यवहार किया।
मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई
यूनिवर्सिटी के जनसंपर्क अधिकारी डॉ विजय दीक्षित ने बताया कि पूरे मामले में जांच के लिए कमेटी बनाई गई है। कलेक्टर ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई के निर्देश दिया है। एसपी जितेंद्र सिंह पवार ने कहा कि मारपीट वाले मामले में सुरक्षाकर्मियों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है।