
इंडिया रिपोर्टर लाइव
प्रयागराज 16 अप्रैल 2023। माफिया अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ ( के शव को पोस्टमार्टम के बाद आज ही सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. दोनों के शवों को स्वरूप रानी अस्पताल लाया गया है. जहां 5 डॉक्टरों का पैनल अतीक और उसके भाई का पोस्टमार्टम कर रहा है. बताया जा रहा है कि पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू हो गई है. इसी के साथ प्रयागराज के स्वरूपरानी हॉस्पिटल में पुलिस की गहमागहमी बढ़ने लगी. वहीं कसारी मसारी कब्रिस्तान ने दो कब्र खोदे जाने की सूचना मिल रही है. इसी कब्रगाह में अतीक के मां बाप और बेटे असद को भी दफन किया गया। इसके साथ ही पुलिस भी सक्रिय दिखाई दे रही है. कॉल्विन हॉस्पिटल में क्राइम स्पॉट की घेराबंदी कर दी गई है. यहां भी पुलिस की तैनाती की गई है. जहां मीडिया के लोग सुबह से ही डटे हुए है. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी. एहतियात के तौर पर कुछ इलाकों में इंटरनेट भी बंद किया गया है. अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात को हमलावरों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी जब दोनों को मेडिकल कॉलेज ले जाया जा रहा था।
प्रयागराज को सुरक्षा के लिहाज से 14 सेक्टरों में बांटा गया है, हर सेक्टर में आईपीएस अधिकारी को तैनात है. थोड़ी देर में यूपी डीजीपी भी प्रयागराज पहुंचेंगे. वहीं घटनास्थल से फॉरेंसिक टीम ने सबूत भी जुटा लिए हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की उच्च स्तरीय जांच का आदेश देते हुए तीन सदस्यीय जांच आयोग के गठन के निर्देश दिए हैं. अतीक और अशरफ पर फायरिंग की घटना रात करीब 10 बजे की है जो कैमरे में दर्ज हो गई क्योंकि मेडिकल जांच के लिए पुलिस द्वारा दोनों को अस्पताल ले जाते समय मीडियाकर्मी उनके साथ चल रहे थे।
अतीक-अशरफ मर्डर के तीन हमलावरों में से एक हमलावर लवलेश तिवारी को पैर में गोली लगी है. लवलेश स्वरूप रानी अस्पताल में भर्ती है. लवलेश, अरूण मौर्य और रिंकू गुरूवार को प्रयागराज आए थे. ये अतीक और अशरफ़ की हत्या की मंशा के साथ पहुंचे थे. इन्हें लगा कि सबसे नज़दीक मीडियाकर्मी बनकर पहुंचा जा सकता है. इसलिए इन्होंने फ़र्ज़ी माइक आईडी बनाई और नकली कैमरा ख़रीदा. इन्होंने तीन फ़र्ज़ी मीडिया कार्ड भी बनाए. तीनो एक लॉज में रूके थे. लॉज के मैनेजर से पूछताछ चल रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया. अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘‘उत्तर प्रदेश में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसी की हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या ? इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है. ऐसा लगता है कि कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।
राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अध्यक्ष व सांसद जयंत चौधरी ने भी अतीक और उसके भाई की हत्या की सनसनीखेज घटना को लेकर सरकार पर सवाल उठाया. उन्होंने ट्वीट किया ” क्या यह लोकतंत्र में संभव है ?” उन्होंने हैशटैग जंगलराज लगाया. चौधरी ने एक वीडियो भी साझा किया जिसमें अतीक और अशरफ की हत्या का दृश्य है।