
इंडिया रिपोर्टर लाइव
चंडीगढ़ 17 मई 2022। पंजाब सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए किसान संगठनों ने 17 मई को चंडीगढ़ में मोर्चा लगाकर प्रदेश सरकार को घेरने का एलान किया है। सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल किसान संगठनों ने ऑनलाइन बैठक करके मोर्चे की तैयारी की समीक्षा की। इस मोर्चे के दौरान भारी संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्राली लेकर चंडीगढ़ पहुंचेंगे, जिसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। किसान संगठनों के नेताओं ने कहा कि बीबीएमबी के मुद्दे पर 25 मार्च को केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था लेकिन पंजाब सरकार इस मामले पर कोई भी कार्रवाई अब तक नहीं कर सकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार राज्य के हितों की रक्षा करने में असफल रही है जबकि केंद्र सरकार ने डैम सेफ्टी बिल पारित करके भाखड़ा डैम का पूरा प्रबंध पंजाब से छीन लिया है।
उन्होंने कहा कि डैम की बिजली का प्रबंधन केंद्र के हाथ में चला गया है और पंजाब के दरियाओं में पानी छोड़ने का फैसला भी अब केंद्र सरकार ही लिया करेगी। इसके अलावा भाखड़ा डैम से पंजाब को जो बिजली 40 पैसे यूनिट मिलती थी, वह अब व्यापारिक दाम पर मिलेगी। इसका बोझ किसानों पर पड़ेगा।
किसान नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों के साथ बैठक की थी, जिसमें किसानों को बोनस देने का वादा किया गया था लेकिन अब तक बोनस देने का एलान नहीं किया गया है। चिप वाले मीटर न लगाने की किसानों की मांग पर भी फैसला नहीं लिया गया है। सरकार ने मूंग की एमएसपी पर खरीद का वादा तो किया है लेकिन नोटिफिकेशन आज तक जारी नहीं किया है। इसके अलावा बासमती के दाम और खरीद का नोटिफिकेशन भी जारी नहीं किया गया है। किसानों को गन्ने का बकाया भी अब तक नहीं दिया गया है। ऑनलाइन बैठक में किसान नेता डॉ. दर्शनपाल, जगजीत सिंह ढलेवाल, सुरजीत फुल, हरिंदर सिंह लखोवाल, जसविंदर सिंह साईयांवाला, मेजर सिंह पूणावाला, सतनाम सिंह बागड़िया, गुरमीत सिंह महिमा, अवतार सिंह महिमा, सुखजिंदर सिंह खोसा, गुरिंदर सिंह भंगु, सुखदेव सिंह भोजराज, हरपाल सिंह संघा, सुखपाल सिंह, सुखजीत सिंह ने हिस्सा लिया।