
इंडिया रिपोर्टर लाइव
वाशिंगटन 15 जुलाई 2023। भारत ने G20 की प्राथमिकताओं पर प्रगति करने की दिशा में बहुत सक्रिय रुख अपनाया है और इसकी अध्यक्षता की प्रमुख प्राथमिकताएं वैश्विक सार्वजनिक वस्तुओं के लिए वित्तपोषण बढ़ाना और व्यापक आर्थिक समन्वय को मजबूत करना है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने यह जानकारी दी। भारत ने एक दिसंबर, 2022 को साल भर के लिए G20 की अध्यक्षता संभाली और देश भर के शहरों में 200 से अधिक बैठकों और संबंधित कार्यक्रमों की मेजबानी कर रहा है। जी20, या ‘ग्रुप ऑफ 20′, दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतरसरकारी मंच है। IMF की संचार विभाग की निदेशक जूली कोजाक ने कहा, “उसकी अध्यक्षता की प्रमुख प्राथमिकताएं वैश्विक सार्वजनिक वस्तुओं के लिए वित्तपोषण बढ़ाना और ऋण, बहुपक्षीय विकास बैंकों या एमडीडी में सुधार और डिजिटलीकरण सहित कई नीतिगत क्षेत्रों में व्यापक आर्थिक समन्वय को मजबूत करना है।”
कोजाक ने बृहस्पतिवार को यहां संवाददाताओं से कहा, “भारत ने विभिन्न G20 प्राथमिकताओं पर प्रगति करने की दिशा में बहुत सक्रिय दृष्टिकोण अपनाया है।” उन्होंने कहा कि भारत की G20 की अध्यक्षता एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य की थीम पर केंद्रित है। उन्होंने डिजिटलीकरण पर कहा कि भारत के पास एक विश्व स्तरीय डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा है जिसे वह अन्य G20 सदस्यों को प्रदर्शित कर रहा है। कोजाक ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत समूह, डिजिटलीकरण के अवसरों और जोखिमों जैसे- क्रिप्टो परिसंपत्तियों के व्यापक-वित्तीय निहितार्थों के बारे में अपनी समझ विकसित कर रहा है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “हम भारत के साथ मिलकर काम जारी रखना चाहते हैं और जुलाई में G20 की बैठकों और सितंबर में नेताओं के शिखर सम्मेलन में G20 के अन्य साथियों के साथ मिलकर काम जारी रखना चाहते हैं।” कोजाक ने कहा कि प्रबंध निदेशक और पहले प्रबंध निदेशक जी20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों की बैठक में भाग लेने के लिए 17 और 18 जुलाई को भारत की यात्रा करेंगे। G20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (EU) शामिल हैं।