इंडिया रिपोर्टर लाइव
पटना 23 जून 2024। बिहार में एक सप्ताह से भी कम समय में पुल ढ़हने की एक दूसरी घटना शनिवार को सामने आयी। सिवान जिले में एक छोटा पुल ढ़ह गया लेकिन इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। सिवान के जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता ने बताया, ‘‘यह पुल दरौंदा और महाराजगंज प्रखंडों के बीच से गुजर रही एक नहर पर बनाया गया था जो सुबह लगभग पांच बजे अचानक ढह गया। इस घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ। यह एक बहुत पुरानी संरचना थी और जाहिर तौर पर नहर में पानी छोड़े जाने पर खंभे धंस गए। हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि जब तक इसे बहाल नहीं किया जाता है, तबतक प्रभावित गांवों के निवासियों को यथासंभव कम से कम असुविधा हो। दरौंदा के प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) सूर्य प्रताप सिंह ने कहा, ‘‘स्थानीय लोगों का दावा है कि पुल 1991 में महाराजगंज के तत्कालीन विधायक उमा शंकर सिंह के योगदान से बनाया गया था।” महाराजगंज अनुमंडल अधिकारी अनिल कुमार ने हादसे की पुष्टि करते हुए कहा, ‘‘20 फुट लंबी ईंट की यह संरचना विधायक के स्थानीय क्षेत्र विकास निधि से बनाई गई थी । मामले (पुल ढ़हने की घटना की) की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
इससे पहले मंगलवार को अररिया जिले में लगभग 180 मीटर लंबा एक नवनिर्मित पुल ढह गया था, जिसके बाद ग्रामीण कार्य विभाग ने संबंधित कार्यपालक एवं कनीय अभियंता को निलंबित करते हुए मामले की जांच शुरू की थी। इस बीच राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान आरोप लगाया कि राज्य में लगातार दो पुल गिर जाने के बावजूद प्रशासन द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, वह चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने कहा कि जनता समय पर जवाब देगी।