इंडिया रिपोर्टर लाइव
काठमांडू 08 मई 2024। नेपाल बॉर्डर पर एक 17 साल का नाबालिग लड़का संदिग्ध अवस्था में बेहोशी की हालत में पड़ा मिला था. मंगलावर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने शव को टेबल पर रखकर जमकर हंगामा किया और एसपी, डीएम, डीएसपी को बुलाने की मांग करने लगे. मृतक की पहचान मेजरगंज थाना क्षेत्र के मजकोटवा गांव निवासी अरविंद सिंह के 17 वर्षीय पुत्र किशन कुमार के रूप में हुई।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की. जानकारी के मुताबिक किशन सोमवार की शाम नेपाल से अपनी दुकान बंद कर लौट रहा था. इसी दौरान बांध के पास से उसने अपनी मां को फोन कर बताया कि बाइक के कागजात कम होने के चलते पुलिस ने जबरन उससे एक हजार रुपये छीन लिए हैं।
इलाज के दौरान नाबालिग लड़के की मौत
फोन पर आने की बात बोलकर जब वह घर नहीं लौटा तो मां ने फिर से उसे फोन किया तो उसका मोबाइल बंद आया. परिजनों ने जब उसकी तलाशी शुरू की तो वह बांध के पाल बेहोशी की हालत में पड़ा मिला. तुरंत ही उसे मेजरगंज पीएचसी लाया गया जहां उसकी नाजुक हालत को देखते हुए बड़े अस्पताल रेफर किया गया. इसके बाद पटना में उसे भर्ती कराया गया। इसके बाद ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया और एसपी, डीएसपी और डीएम को बुलाने की मांग करने लगे. मेजरगंज बाजार के दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर दी. डीएसपी रामकृष्ण ने गुस्साए लोगों को समझाकर मामले को शांत कराया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा।
पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की
इस मामले पर डीएसपी रामकृष्ण ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने बाद ही मौत के सही कराणों का पता चल पाएगा. मृतक के परिजनों की तहरीर पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।