नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों की संख्या एक करोड़ को पार कर गई है और इस योजना का काफी संख्या में लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मोदी ने सितंबर 2018 को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-आयुष्मान भारत की शुरूआत की थी। इसे सरकार ने कहा है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा योजना है।
प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘यह प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय है कि आयुष्मान भारत के लाभार्थियों की संख्या एक करोड़ को पार कर गई है। दो वर्ष से भी कम समय में इस कार्यक्रम ने काफी संख्या में लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला है।’
उन्होंने इस योजना के सभी लाभार्थियों और उनके परिवार के लोगों को शुभकामनाएं दी और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। उन्होंने आयुष्मान भारत से जुड़े सभी डॉक्टरों, नर्सो, स्वास्थ्य कर्मियों एवं अन्य लोगों की सराहना करते हुए कहा कि उनके प्रयासों ने ही इसे दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम बनाया है।
मोदी ने कहा, ‘इस योजना ने अनेक भारतीयों का भरोसा जीता है जिसमें खासतौर पर गरीब एवं पिछड़े वर्ग के लोग शामिल हैं।’ उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना का सबसे बड़ा फायदा इसकी सुगमता है।
उन्होंने बताया, ‘लाभाथिर्यों को गुणवत्तापूर्ण और सस्ती चिकित्सा सेवा न केवल पंजीकृत स्थान पर बल्कि भारत के किसी भी हिस्से में उपलब्ध हो सकती है।’ उन्होंने कहा कि इससे उन लोगों को भी मदद मिलती है जो घर से दूर होते हैं या ऐसे स्थान पर पंजीकृत होते हैं जहां से वे संबंधित नहीं हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने सरकारी दौरे के समय भी वे आयुष्मान भारत के लाभार्थियों से बात करते रहे हैं। मोदी ने कहा, ‘इन दिनों यह संभव नहीं है लेकिन मैंने आयुष्मान भारत के एक करोड़वीं लाभार्थी पूजा थापा के साथ टेलीफोन पर बात की।’ प्रधानमंत्री ने थापा के साथ बातचीत का आडियो क्लिप भी जारी किया।
थापा एक सैनिक की पत्नी हैं जिन्होंने आयुष्मान भारत योजना के तहत शिलांग में सर्जरी के बारे में बताया। उनके पति मणिपुर में तैनात हैं और कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के कारण उनके साथ अभी नहीं है। उनके दो छोटे बच्चे हैं।