शिवसेना की ओर से विधायकों ने उद्धव ठाकरे के सामने 50-50 फॉर्मूले को लेकर लिखित में आश्वासन देने की मांग की है. बीजेपी शिवसेना की इस मांग से सहमत नहीं दिख रही है.
मुंबई: हरियाणा में नई सरकार को लेकर तस्वीर भले ही साफ हो गई हो लेकर अब महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के बीच पेंच फंसता दिख रहा है. शिवसेना सीएम की कुर्सी को लेकर अड़ रही है. बीजेपी साफ कर चुकी है कि सीएम उसी का होगा लेकिन शिवसेना ने धमकी दे दी है कि 50-50 का मान नहीं रखा तो उद्धव को बाण चलाना होगा. शिवसेना की ओर से विधायकों ने उद्धव ठाकरे के सामने 50-50 फॉर्मूले को लेकर लिखित में आश्वासन देने की मांग की है.
उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री से बैठक करके निकले शिवसेना विधायक शम्भू देसाई ने कहा एबीपी न्यूज़ से कहा कि हमने अपनी सभी मांगों को पार्टी प्रमुख के सामने रख दिया है. शम्भू देसाई ने कहा, ”लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के साथ जो फॉर्मूला तय हुआ था उसी पर आगे सरकार बननी चाहिए. हम सभी ने अपना विचार उद्धव ठाकरे को बता दिया है. जो भी निर्णय होगा वो उद्धव ठाकरे ही लेंगे. हम उद्धव ठाकरे जी को यह भी कहा है कि जो भी फैसला हो वो अब लिखित में होना चाहिए.”
बता दें कि शिवसेना के नेता और कार्यकर्ता इस बात को नतीजों के दिन ही दोहरा रहे हैं कि इस बार फिफ्टी-फिफ्टी का ही फॉर्मूला चलेगा. इस दावों को पुख्ता करने के लिए महाराष्ट्र के कई इलाकों में आदित्य ठाकरे के समर्थन में पोस्टर लगाए गए हैं. इन पोस्टर में जीत की बधाई के साथ-साथ आदित्य ठाकरे को भावी मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट किया गया है.
हालांकि बीजेपी शिवसेना की इस मांग से सहमत नहीं दिख रही और पार्टी का ही सीएम होने की बात कर रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में चुनाव जीत कर बीजेपी ने अपनी पहली मंजिल तो पा ली. लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर फडनवीस पूरे पांच साल बैठेंगे या नहीं इस पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है.