इंडिया रिपोर्टर लाइव
काबुल 03 मार्च 2022। दुनिया की नजर इन दिनों यूक्रेन पर है, जिस पर व्लादिमीर पुतिन के आदेश पर रूसी सेना ने हमला बोल दिया है। लेकिन इस बीच अफगानिस्तान में तालिबान एक नई कार्रवाई करने में जुटा है। रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तालिबान घर-घर छापेमारी कर रहा है। तालिबान ने लोगों से हथियार छीन लिए हैं और अपने पास जमा कर लिए हैं। रविवार को तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि इस छापेमारी में दर्जनों किडनैपर, तस्कर और अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं। इस ऑपरेशन को सफल बताते हुए मुजाहिद ने कहा कि छापेमारी का यह लक्ष्य था कि काबुल और आसपास के राज्यों से हथियारों को एकत्र किया जा सके।
तालिबान के नेता ने कहा कि इस छापेमारी में 60,000 से ज्यादा कारतूस, 13 सैन्य वाहन, 13 टन बारूद, बड़ी संख्या में रॉकेट लॉन्चर और ग्रेनेड बरामद किए गए। तालिबान ने कहा कि इस छापेमारी के बाद 9 किडनैपर, 6 आईएस आतंकी और 53 चारों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा अगवा किए गए दो लोगों को भी रिहा कराया गया है। भले ही तालिबान का कहना है कि ये छापेमारियां न्याय व्यवस्था बनाए रखने के लिए की गई हैं, लेकिन नागरिक इसकी निंदा भी कर रहे हैं। कई लोगों ने कहा कि तालिबान ने इस छापेमारी के दौरान लोगों की पिटाई की है। रेड के दौरान उनका उत्पीड़न किया गया है।
काबुल के एक मजदूर की पत्नी ने द वॉशिंगटन पोस्ट से बातचीत में कहा कि बंदूकों से लैस आधा दर्जन तालिबानी उसके घर में घुस आए थे। उसने कहा, ‘तालिबानी लड़ाके घर में रखे चाकुओं को लेकर चले गए। देर तक तलाशी की और तमाम सामान को इधर-उधर फेंक कर चले गए।’ महिला ने कहा कि तालिबानी कह रहे थे कि हमें पता है कि तुम लोगों के पुरानी सत्ता में बैठे लोगों से संपर्क थे। लेकिन मेरे पति ने तो कभी भी सरकार के लिए काम नहीं किया। महिला ने कहा कि तालिबान के लड़ाकों को घर में कुछ नहीं मिला तो उन्होंने मेरे बेटे को ही पीटना शुरू कर दिया।