रबी फसलों के एमएसपी में वृद्धि की सिफारिश सीएसीपी यानी कृषि लागत एवं मूल्य आयोग ने की थी। अब केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक से किसानों को काफी उम्मीदें हैं। उन्हें बड़ी राहत मिल सकती है।
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली : केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार दिवाली से पहले किसानों को बड़ी तोहफा दे सकती है। आज केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक है, जिसमें सरकार चालू वर्ष 2019-20 (जुलाई-जून) की आगामी रबी सीजन की फसलों का एमएसपी बढ़ाने का फैसला ले सकती है। एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ने से निश्चित रूप से किसानों को बड़ा फायदा होगा।
समर्थन मूल्य बढ़ने से निश्चित रूप से किसानों को बड़ा फायदा होगा।
इतना बढ़ सकता है एमएसपी
- सीएसीपी की सिफारिश के अनुसार, चालू रबी सीजन में गेहूं का एमएसपी बढ़कर 1,925 रुपये प्रति कुंतल हो जाना चाहिए। पिछले सीजन यानी 2018-19 में यह 1,840 रुपये प्रति कुंतल था। इसमें 85 रुपये की बढ़ोतरी की सिफारिश की गई है।
- जौ का एमएसपी 1,525 रुपये प्रति कुंतल कर दिया जाना चाहिए। पहले यह 1,440 रुपये प्रति कुंतल था। इसमें 85 रुपये की बढ़ोतरी की सिफारिश की गई है।
- सरसों का एमएसपी 4,425 रुपये प्रति कुंतल। पहले यह 4,200 रुपये प्रति कुंतल था। इसमें 225 रुपये की बढ़ोतरी की सिफारिश की गई है।
- चना का एमएसपी 4,825 रुपये प्रति कुंतल। 2018-19 में यह 4,620 रुपये प्रति कुंतल था। इसमें 205 रुपये की बढ़ोतरी की सिफारिश की गई है।
- मसूर का एमएसपी 4,800 रुपये प्रति कुंतल। जबकि पिछले सीजन में यह 4,475 रुपये प्रति कुंतल था। इसमें 325 रुपये की बढ़ोतरी की सिफारिश की गई है।
- कुसुम का एमएसपी 5,215 रुपये प्रति कुंतल। जबकि पिछले सीजन में यह 4,945 रुपये प्रति कुंतल था। इसमें 270 रुपये की बढ़ोतरी की सिफारिश की गई है।