इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 06 अगस्त 2024। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि भारतीय ऑटो कंपनियां जल्द ही देश में 100 प्रतिशत इथेनॉल से चलने वाली कारों और दोपहिया वाहनों का उत्पादन करेंगी। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब इथेनॉल को पेट्रोल में मिलाकर पूरे देश में बेचा जा रहा है। साथ ही, उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब वाहन निर्माता फ्लेक्स-फ्यूल तकनीक पर काम कर रहे हैं। जिससे एक कार पेट्रोल और इथेनॉल दोनों पर चलाई जा सकेगी। केंद्रीय मंत्री सोमवार को फ्लेक्स-फ्यूल इंजन से चलने वाली कार में संसद आए। एएनआई के मुताबिक, गडकरी ने कहा कि यह दुनिया का पहला वाहन है जिसमें फ्लेक्स इंजन है और यह यूरो 6 उत्सर्जन मानदंडों का अनुपालन करता है। रिपोर्ट के मुताबिक गडकरी ने कहा, “यह शुद्ध शून्य उत्सर्जन देता है। गन्ने के रस, गुड़ और मकई से उत्पादित इथेनॉल पर चलता है।”
टोयोटा ने इससे पहले अगस्त 2023 में भारत में इनोवा हाइक्रॉस का फ्लेक्स-फ्यूल प्रोपेल्ड वर्जन पेश किया था। जिसे अभी देश में बड़े पैमाने पर बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं कराया गया है। हालांकि, यह जापानी कार निर्माता की फ्लेक्स-फ्यूल वाहन बनाने की क्षमता को दर्शाने वाला एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शन था। यह एमपीवी पेट्रोल इंजन बंद होने पर अपनी कुल दूरी का 40 प्रतिशत इथेनॉल पर और शेष 60 प्रतिशत इलेक्ट्रिक पर तय करने में सक्षम होने का दावा करती है।
हाल ही में, टोयोटा ने एलान किया था कि वह स्थानीय स्तर पर फ्लेक्स-फ्यूल कारों का उत्पादन करने के लिए भारत में एक प्लांट स्थापित करेगी। यह विनिर्माण सुविधा महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 20,000 करोड़ रुपये के निवेश से लगाई जाएगी। गडकरी ने खुलासा किया है कि टाटा मोटर्स और सुजुकी भी 100 प्रतिशत इथेनॉल या फ्लेक्स-फ्यूल इंजन वाले वाहन बनाने पर काम कर रही हैं।
न सिर्फ यात्री वाहन क्षेत्र में, बल्कि भारतीय दोपहिया वाहन बाजार में भी बजाज ऑटो, टीवीएस और हीरो मोटोकॉर्प जैसी ऑटो कंपनियां फ्लेक्स-फ्यूल इंजन से चलने वाली मोटरसाइकिल और स्कूटर बना रही हैं। गडकरी ने कहा, “अन्य निर्माता भी फ्लेक्स इंजन लाने पर काम कर रहे हैं। पेट्रोल पंपों की तरह ही, हमारे किसानों के पास अब इथेनॉल पंप होंगे। हमारे पास 16 लाख करोड़ रुपये का आयात है। ऐसे वाहन प्रदूषण को कम करेंगे, लागत बचाएंगे और किसानों को लाभ पहुंचाएंगे… यह वाहन 100% इथेनॉल पर चलता है।
वैश्विक फ्लेक्स-फ्यूल वाहन बाजार
फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों को पहले भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेश किया जा चुका है। और टोयोटा ने 2022 में अपने कोरोला का फ्लेक्स-फ्यूल वर्जन लॉन्च किया था। लेकिन अब भारत BS-VI उत्सर्जन मानकों के अनुरूप फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों का उत्पादन करने के लिए तैयार है। इस बारे में बोलते हुए, गडकरी ने कहा कि इथेनॉल उद्योग किसानों के लिए एक वरदान है। इथेनॉल की मांग बढ़ने से भारत की कृषि अर्थव्यवस्था में नया बदलाव आएगा। गडकरी ने कहा, “फ्लेक्स कारें किसानों के लिए वरदान साबित होंगी। इथेनॉल स्वदेशी है और किसान इसके सभी लाभ उठाएंगे। पेट्रोल पंपों की तरह इथेनॉल पंप भी होंगे।”