इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 05 अक्टूबर 2024। भारतीय सेना इस बार 62वां वालोंग दिवस 17 अक्तूबर को मनाएगी। इस दिन 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान वालोंग की लड़ाई में बहादुरी से लड़ने वाले सैनिकों के साहस और बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। समारोह 17 अक्तूबर को वालोंग युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण के साथ शुरू होगा, जो उन बहादुर दिलों की याद में है जिन्होंने हमारी मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। भारतीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि 62वां वालोंग दिवस न केवल अतीत को श्रद्धांजलि देने वाला होगा, बल्कि भारतीय सेना की साहसी आत्मा का एक जीवंत उत्सव भी होगा। यह दिवस अतीत को स्मरण करने के साथ-साथ स्थानीय समुदाय को शामिल करने और राष्ट्र निर्माण को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है। इस महीने भर के उत्सव में युद्धभूमि पर ट्रैकिंग, कार रैली, चिकित्सा और पशु चिकित्सा कैंप, साहसिक ट्रेकिंग, साइकिल और मोटरसाइकिल अभियान और वालोंग में समाप्त होने वाली हाफ मैराथन शामिल है। प्रत्येक कार्यक्रम भारतीय सेना की अदम्य आत्मा और शहीदों की याद को जीवित रखने की उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
रावत ने बताया कि वालोंग की लड़ाई में भारतीय सेना की भागीदारी उसके सैनिकों के साहस, समर्पण और अडिग आत्मा का प्रमाण है। अरुणाचल प्रदेश की कठिन भौगोलिक चुनौतियों का सामना करते हुए, 6 कुमाऊं, 4 सिख, 2/8 गोरखा राइफल्स, 3/3 गोरखा राइफल्स और 4 डोगरा के सैनिकों ने अपार साहस के साथ लड़ाई लड़ी, जिससे दुश्मन को हर इंच भूमि के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ी। विपरीत परिस्थितियों में भी उनके साहस ने भारतीय सैन्य इतिहास में एक अमिट छाप छोड़ी है।
आने वाली गतिविधियां सेना की इस प्रतिबद्धता को दर्शाती है कि न केवल अतीत के बलिदानों को याद किया जाए, बल्कि स्थानीय समुदाय के साथ जुड़कर एकता, सहनशीलता और देशभक्ति की भावना को बढ़ावा दिया जाए। भारतीय सेना सभी को आमंत्रित करती है कि वे ऊर्जा के साथ उनके साथ मिलकर उनके परिश्रम का जश्न मनाएं, उन लोगों की विरासत को सम्मान दें जिन्होंने सर्वोच्च बलिदान दिया और राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को स्मरण करें। 62वां वालोंग दिवस वालोंग के नायकों को एक दिल से श्रद्धांजलि देने का वादा करता है, यह सुनिश्चित करते हुए कि उनकी साहस की कहानियां राष्ट्र को प्रेरित करती रहेंगी।