इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 27 नवंबर 2024। गौतम अदाणी के मुद्दे पर विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर है और संसद की शीतकालीन सत्र भी हंगामे की भेंट चढ़ रहा है। बुधवार को भी विपक्ष के हंगामे के चलते संसद की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। बुधवार को विपक्ष के रवैये पर राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने कड़ी नाराजगी जाहिर की और विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि उच्च सदन के सदस्यों को सदन की परंपरा का पालन करने की जरूरत है। दरअसल बुधवार को विपक्ष के कई सांसदों ने स्थगन प्रस्ताव पेश किया। जब उच्च सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मेरा हमेशा इस बात पर जोर होता है कि उच्च सदन की स्थापित परंपराओं का पालन किया जाए। राज्यसभा सभापति के फैसले का सम्मान करने की जरूरत है। सदन के नियम 267 (स्थगन प्रस्ताव) के तहत इतने कई प्रस्ताव मिले हैं। बीते 30 वर्षों के कार्यकाल को देखें तो इस दौरान कई सरकारें और प्रशासन सत्ता में आए, लेकिन कभी भी प्रस्तावों की संख्या एकल अंक से ज्यादा नहीं रही। इसके बाद सभापति ने किसी स्थगन प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी, जिसके बाद विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया और सदन की कार्यवाही गुरुवार तक स्थगित करनी पड़ी।
गौरतलब है कि संसदीय नियमों के तहत स्थगन प्रस्ताव, ऐसे राष्ट्रीय मुद्दों पर लाया जाता है, जिन पर तुरंत चर्चा की जरूरत होती है और जिनके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। स्थगन प्रस्ताव के तहत सदन की सभी सामान्य प्रक्रिया को स्थगित कर उस मुद्दे पर चर्चा की मांग की जाती है। विपक्ष अदाणी और संभल बवाल पर चर्चा की मांग कर रहा है। हालांकि सत्ता पक्ष का आरोप है कि कांग्रेस अदाणी मामले पर सिर्फ राजनीति कर रही है