
इंडिया रिपोर्टर लाइव
बंगलूरू 06 मार्च 2025। दक्षिण के राज्य कर्नाटक के बंगलूरू के चन्नेनहल्ली स्थित जनसेवा विद्या केंद्र में 21 से 23 मार्च तक होने वाली संघ की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था प्रतिनिधि सभा की बैठक कई मायने में अहम होगी। इसी वर्ष विजयदशमी को संघ की स्थापना के सौ वर्ष पूरे हो रहे हैं। ऐसे में बैठक में संघ न सिर्फ शताब्दी वर्ष से जुड़े कार्यक्रमों को अंतिम रूप देगा, बल्कि सामाजिक परिवर्तन के साथ विस्तार के अपने लक्ष्य को हासिल करने का तानाबाना भी बुनेगा। संघ के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर के मुताबिक बैठक में बीते साल के कार्यक्रमों की वार्षिक रिपोर्ट पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा इस साल की विजयदशमी से अगले साल की विजयदशमी तक शताब्दी वर्ष माना जाएगा। साथ ही विभिन्न कार्यक्रमों, आयोजनों और अभियानों की रूपरेखा तैयार की जाएगी। इसके अलावा राष्ट्रीय मुद्दों पर दो प्रस्तावों को भी अपनाया जाएगा। बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, अनुषांगिक संगठनों के प्रतिनिधि समेत 1,500 कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे। भाजपा की योजना इस बैठक में अपने नवनिर्वाचित अध्यक्ष को भेजने की है।
विस्तार पर रहेगा जोर
बैठक में विशेष तौर पर संघ के विस्तार और सामाजिक परिवर्तन के मुद्दे पर मुख्य चर्चा होगी। समाज के हित में पंच परिवर्तन के प्रयासों पर संघ की पहल के परिणामों पर मंथन होगा। बैठक में हिंदू जागरण के लिए सामाजिक और देशव्यापी मुद्दों का चयन किया जाएगा। खासतौर पर हिंदू समाज में सामाजिक समरसता पर विशेष चर्चा के बाद आगे की कार्य योजना तैयार की जाएगी।
जरूरी बदलावों पर भी चर्चा
संघ सूत्रों के मुताबिक बैठक में देश और समाज में हो रहे बदलावों के अनुरूप संघ में सकारात्मक बदलावों पर गंभीर मंथन होगा। ऐसी ही बैठकों में संघ के गणवेश में बदलाव पर मुहर लगी थी। इस बार देश की सामाजिक विविधताओं को ध्यान में रखते हुए कई अहम निर्णयों पर मुहर लगेगी। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में संघ ही नहीं भाजपा सहित उसके अनुषांगिक संगठनों में भी कई बदलावों पर मुहर लगेगी।