छत्तीसगढ़ शासकीय अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन का आव्हान
साजिद खान
कोरिया 28 अक्टूबर 2020 (इंडिया रिपोर्टर लाइव)। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा कोरोना महामारी के संक्रमण काल में वित्तीय मितव्ययता एंव अनुशासन के नाम पर राज्य के कर्मचारियों/अधिकारियों के वार्षिक वेतन वृद्धि (इंक्रीमेन्ट) , मंहगाई भत्ता , सातवें वेतनमान का एरियर, तृतीय श्रेणी के पदों पर अनुकंपा नियुक्ति में रोक लगाकर कर्मचारियों की उपेक्षा की जा रही है। इन मुद्दों को लेकर छत्तीसगढ़ शासकीय अधिकारी कर्मचारी के आव्हान पर दो दिवसीय सामूहिक अवकाश की घोषणा की गई है।
फेडरेशन ने बताया कि वित्तीय संकट के दौर में वर्तमान एंव पूर्व जन प्रतिनिधियों के भत्ते एवं पेशन में वृद्धि तथा विशेष प्रतिनिधियों और जन प्रतिनिधियों के बंगलों के निर्माण कार्य को प्राथमिकता देकर अपनी जान जोखिम में डालकर कोविड-19 में ड्यूटी दे रहे कर्मचारियों अधिकारियों के 50 लाख रूपए का बीमा करने के लिए सरकार के पास पैसा नही है।
इस हेतू अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के द्वारा 02 नवंबर 2020 से 03 नवंबर 2020 (दो दिवसीय) सामूहिक अवकाश का आव्हान किया गया है। इस अवकाश के कार्यक्रम को सफल बनाने हेतू सतीश द्विवेदी, डिलेश्वर सिंह, धीरेंद तिवारी, चंदन प्रसाद, मुकेश अहिरवार, नीरज द्विवेदी, दुर्गेश उपाध्याय, कोमल सहित मनेन्द्रगढ़ विकासखंड के लिपिक सक्रिय रहे ।